मुजफ्फरनगर। जानसठ क्षेत्र में डीके स्टोर हजारों लोगों से लाखों रुपए की ऑनलाइन ठगी करके गायब हो गया और लोग इंटरनेट पर उसे तलाशते रह गए। लोगों में अपने रूपये को लेकर भय की स्थिति बनी हुई है।

जानसठ क्षेत्र में एडन नाम के सॉफ्टवेयर पर लॉगिन आईडी बनाकर 299 रुपए डीके स्टोर के बारकोड में जमा करने पढ़ते थे, तब जाकर लॉगइन आईडी बनती थी और उसमें टाटा कंपनी आदि के 15 विज्ञापन देखने पड़ते थे, जिसमें 4 रुपए प्रति विज्ञापन के हिसाब से 60 रुपए प्रतिदिन मोबाइल में ऑनलाइन पेमेंट दिखता था। फिर 1000 रुपए या उससे अधिक रुपए इकट्ठा होने पर खाते में ट्रांसफर होने का लालच दिया जाता था, जिसमें जानसठ क्षेत्र के बड़े से बड़े मशहूर व्यक्ति चाहे वह लखपति हो या करोड़पति वह मात्र 60 रुपए प्रतिदिन कमाने के लालच में पड़ गए और चैन सिस्टम यानी अपने से नीचे की कड़ी जोड़ते चले जाना, जिसमें प्रत्येक सदस्य को डीके स्टोर बारकोड में 299 रुपए जमा कराने पड़ते थे और चैन सिस्टम जुड़ता चला जाता था, जिसमें क्षेत्र के हजारों लोग ठगी का शिकार हो गए और लाखों रुपए से अधिक की ठगी करके डीके स्टोर गायब हो गया। अब सॉफ्टवेयर भी एरर दिखा रहा है। न खाते का पता और न हीं किसी कंपनी का। बड़े से बड़े बुद्धिजीवी वर्ग को बेवकूफ बनाकर डीके स्टोर गायब हो गया।