खान-पान अब ग्लोबल रूप ले चूका है। सामान्य भारतीय भोजन और जीवनशैली में भी अब दुनियाभर के भोजन और जीवनशैली की झलक मिलने लगी है। कुछ चीजों को हमने अपने स्वाद में ढाल लिया है, तो कुछ चीजों को हम उनके मूल स्वरूप में ही उपयोग में लाते हैं। इसके फायदे भी हैं और नुकसान भी। नुकसान इसलिए क्योंकि हर देश की भौगोलिक और जेनेटिक स्थिति अलग होती है और ऐसे में जो खाद्य वहां उनके लिए सहज, सुपाच्य है, वही हमारे लिए भारत में होगा, यह कतई जरूरी नहीं। इन सबसे इतर कुछ खाद्य ऐसे भी हैं जो पूरी दुनिया में फायदों के लिए ज्यादा जाने जाते हैं, विभिन्न सीड्स और ड्रायफ्रूट्स इन्ही में शामिल हैं।
चिया सीड्स को पिछले कुछ सालों में बहुत लोकप्रियता मिली है। हालाँकि हर आम व्यक्ति तक इसकी पहुँच अब भी नहीं है लेकिन बड़े शहरों से लेकर टियर-2 सिटीज और कुछ कस्बों तक चिया सीड अपनी पहुंच बनाने लगा है। अन्य बीजों की तरह ही चिया सीड्स भी कई गुणों से भरे हैं और खासतौर पर फिटनेस और डाइट को लेकर सतर्क रहने वाले इनका काफी इस्तेमाल कर रहे हैं। जानिए क्या हैं इन सीड्स के फायदे और कैसे करना चाहिए इनका इस्तेमाल।
बीजों से मिलता है पोषण
जीवन के शुरूआती समय में जब फलों से लेकर फसलें तक लगभग कच्ची ही खाई जाती थीं, उस समय विभिन्न प्रकार के बीज भोजन का महत्वपूर्ण अंग थे। धीरे-धीरे घी, तेल, मसालों के साथ सब्जियों का चलन आ गया और फिर डब्बाबंद खाना भी चलन में आ गया लेकिन समय खुद को दोहराता है। इसी क्रम में एक बार फिर से स्वस्थ रहने के लिए भोजन में जुड़ रहे हैं सीड्स भी। सीड्स मतलब बीज जो कुछ रूपों में पहले से ही भारतीय भोजन का हिस्सा रहे हैं, अब थोड़े आधुनिक और बदले स्वरूप में फिर से हमारी डाइट का हिस्सा बन रहे हैं।
चिया सीड्स ऐसे ही फायदेमंद बीज हैं जिनका सेवन कई तरह से किया जा रहा है। खासकर डाइट कॉन्शस, वेट लॉस के लिए कोशिश करने वाले और हेल्दी डाइट पसंद करने वालों के लिए चिया सीड्स एक अच्छा विकल्प बनते जा रहे हैं।
एंटीऑक्सीडेंट्स, ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, मिनरल्स, फाइबर, आदि। ये दिल की सेहत का ख्याल रखने के साथ ही हड्डियों को मजबूत बनाने और खून में शकर की मात्रा का प्रबंधन करने में भी सहायक होते हैं। इसलिए इन नन्हे से बीजों को इतना पसंद किया जा रहा है। इन्हें ब्रेकफास्ट से लेकर लंच तक की रेसिपीज़ में शामिल किया जा रहा है। मात्र 2 टेबलस्पून चिया सीड्स में करीब 5 ग्राम प्रोटीन, 9 ग्राम से ज्यादा फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, फॉस्फोरस, ज़िंक, विटामिन बी1 व बी3 भी भरपूर मात्रा में होते हैं।
चिया सीड्स में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को सुचारू रखने में तो मदद करते ही हैं। पर्याप्त मात्रा में चिया सीड्स के सेवन से कब्ज जैसी परेशानी से भी मुक्ति मिलती है। इसके अलावा ये पेट भरा होने का एहसास भी लम्बे समय तक बनाये रखते हैं जिससे वेट लॉस या वेट कंट्रोल करने वालों को बहुत सहायता मिलती है। यहाँ यह ध्यान रखना भी जरूरी है कि चिया सीड्स वेट लॉस या वेट कंट्रोल में भूमिका निभा सकते हैं लेकिन वेट लॉस के लिए केवल यही एकमात्र विकल्प नहीं हैं। इनके साथ अन्य चीजें जैसे एक्सरसाइज, सही रूटीन व संतुलित खान पान भी जरूरी होता है। चिया सीड्स इसकी एक कड़ी हैं।
वजन का अधिक बढ़ना अपने आप में कई समस्याओं की जड़ हो सकता है। वजन बढ़ने से होने वाली ऐसी समस्याओं से भी चिया सीड्स सुरक्षा दे सकते हैं। इनके सेवन से शरीर में एचडीएल यानी गुड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ाने में मदद मिल सकती है और एलडीएल यानि बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर घटाने में भी। यानी कोलेस्ट्रॉल के खतरे को कम करने में चिया सीड्स भी योगदान दे सकते हैं। इसी तरह टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों में ब्लड में शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में भी इन बीजों की भूमिका पाई गई है।
चिया सीड्स प्राकृतिक तौर पर ऐसे गुणों से लैस होते हैं जो दिल की सेहत के लिए खासतौर पर फायदेमंद होते हैं। इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड्स के साथ ही ओमेगा-6 फैटी एसिड्स भी मौजूद होते हैं, जो हार्ट अटैक की आशंका कम करने के साथ ही कार्डियोवैस्क्युलर बीमारियों की आशंका को भी घटा सकता है। इनका नियमित सेवन दिल को स्वस्थ रखने में एक कड़ी बन सकता है। इसके साथ ही इनके सेवन से एजिंग और कैंसर जैसी स्थितियों को बढ़ाने वाली फ्री रेडिकल्स की क्षति को भी नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। इसमें मौजूद विशेष एंटीऑक्सीडेंट्स लिवर को स्वस्थ रखने में भी लाभदायक हो सकते हैं।
चिया सीड्स बहुत ही छोटे छोटे बीज होते हैं। कई बार लोग इनमें और अलसी यानी फ्लैक्स सीड्स में कन्फ्यूज होते हैं लेकिन ये दोनों ही अलग हैं और दोनों ही गुणों से भरपूर हैं। चिया सीड्स काले और सफेद रंग के होते हैं जबकि अलसी चिकनी और भूरे रंग की। गुणों के बावजूद चिया सीड्स का सेवन भी अन्य गुणकारी चीजों की तरह संतुलित मात्रा में किया जाना जरूरी है। इनमें पूरे शरीर को फायदा देने का गुण तो होता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि केवल इसके सेवन से ही सेहत अच्छी रहेगी। इसलिए इसे डाइट में शामिल जरूर करें लेकिन केवल इसके ही भरोसे में न रहें। साथ ही यदि आप एलर्जिक हैं तो डॉक्टर से परामर्श लेकर ही इनका उपयोग करें। कुछ इस तरह से आप चिया सीड्स का उपयोग कर सकते हैं-
केक, बिस्किट आदि में या अन्य चीजों में बेक करके भी चिया सीड्स का उपयोग कर सकते हैं। आप चाहें तो इन्हें जैल की तरह बनाकर अंडे की जगह भी बेकिंग में उपयोग में ला सकते हैं।
इसके अलावा हर तरह से गार्निश करके भी इनका उपयोग किया जा सकता है।