मुजफ्फरनगर। गांव सीकरी में दादा और पड़ोसी बच्चों के साथ गली में जा रहे बालक अम्मान (5) की एक स्कूली बस की चपेट में आकर मौत हो गई। हादसे से गुस्साए ग्रामीणों ने चार घंटे तक पुलिस को शव नहीं उठाने दिया। इस दौरान बस में तोड़फोड़ और चालक को पीटने की कोशिश की गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ से बचाकर पुलिस ने चालक को तीन घंटे तक बस में बैठाए रखा।
पुलिस ने किसी तरह ग्रामीणों को समझाकर शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। हादसा शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे हुआ और हादसे के वक्त बस थाना छपार के गांव बसेड़ा स्थित एक स्कूल में बच्चों को लेकर जा रही थी। इसी दौरान गांव के ही अब्दुल सत्तार का पुत्र अम्मान अपने दादा अतुर्रहमान और पडोस के बच्चों के साथ घर के बाहर गली में जा रहा था। अम्मान की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे को देखकर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। भीड़ ने हंगामा कर दिया। हादसे की सूचना पर ककरौली,मीरापुर, रामराज थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। मृतक के चाचा इस्तकार ने चालक देवेंद्र निवासी गांव नगला दुहेली, पुरकाजी के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि चालक लापरवाही से बस चल रहा था, हादसे से पहले स्कूटी सवार दो युवक भी गांव में बस की चपेट में आने से बच गए थे। इससे भी ग्रामीणों में गुस्सा था। पुलिस ने किसी तरह लोगों को शांत किया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बस में सवार बच्चों को अभिभावकों को बुलाकर उनके साथ भेजा गया। हादसे से अम्मान के परिवार में कोहराम मच गया।
एसपी देहात अतुल श्रीवास्तव ने कहा कि मृतक बच्चे के चाचा ने बस चालक ने मुकदमा दर्ज कराया हैं। बस- चालक को पकड़ लिया हैं।