नई दिल्ली. विराट कोहली और बीसीसीआई (BCCI) लाख दावा करें कि भारतीय क्रिकेट में सब कुछ ठीक चल रहा है. लेकिन बीते कुछ दिनों से जैसी खबरें सामने आईं, उससे तो हकीकत कुछ और ही नजर आई रही है. दक्षिण अफ्रीका दौरे पर रवाना होने से पहले विराट कोहली की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने इस विवाद को और बढ़ा दिया. कोहली ने वनडे कप्तानी से हटाने को लेकर कहा था कि दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए टीम के सेलेक्शन से सिर्फ डेढ़ घंटे पहले उन्हें वनडे कप्तानी से हटाए जाने की जानकारी दी गई थी. जबकि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा था कि मैंने खुद विराट से बात करके उनसे टी20 की कप्तानी नहीं छोड़ने की गुजारिश की थी. इसी वजह से चयनकर्ताओं को उन्हें वनडे की कप्तानी से हटाना पड़ा, क्योंकि वो लिमिटेड ओवर के लिए एक कप्तान चाहते थे.
इस पूरे विवाद पर इंडिया न्यूज से बात करते हुए, विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा ने कोहली के लिए निराशा जताई है. उन्होंने कहा, “विराट कोहली के साथ जो कुछ हुआ, वह मेरे लिए हैरान करने वाला है. इस पर मैं क्या कहूं ? यह जो कुछ हुआ, वह नहीं होना चाहिए था. इस मामले में मैं ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहूंगा. मैं बस इतना ही कहूंगा कि बोर्ड के पास अथॉरिटी (ताकत) है. उन्होंने जो भी फैसला किया है, उसे सोच समझकर ही लिया होगा. जो हुआ, वह सही है या गलत, इस पर मेरा बयान अब मायने नहीं रखता है.”
विराट कोहली के साथ सही नहीं हुआ: राजकुमार शर्मा
राजकुमार शर्मा ने आगे कहा, “मैंने विराट कोहली की प्रेस कॉन्फ्रेंस तो नहीं देखी थी, लेकिन उनके साथ जो कुछ हुआ, वैसा बहुत कम सुनने और देखने को मिलता है. बीसीसीआई और कोहली के बीच कहीं ना कहीं कम्युनिकेशन गैप रहा है. मेरा मानना है कि इस मामले में पारदर्शिता अपनाई जानी चाहिए थी. यह क्यों और कैसे हुआ? उनके बीच संवादहीनता कैसे आ गई, मैं यह नहीं जानता.”
कोहली के टी20 कप्तानी छोड़ने के बाद विवाद शुरू हुआ
विराट कोहली ने टी20 विश्व कप के बाद इस फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ दी थी. इसके बाद उन्हें कुछ दिन पहले वनडे की कप्तानी से हटा दिया गया. इस मसले पर बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली का कहना था कि उन्होंने कोहली को टी20 की कप्तानी नहीं छोड़ने को कहा था. लेकिन उन्होंने बात नहीं मानी. गांगुली के इस दावे को विराट ने दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए रवाना होने से एक दिन पहले हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में झुठला लिया था. उन्होंने कहा था, “जो वनडे कप्तानी के निर्णय के बारे में कहा गया, वह गलत था. टेस्ट सीरीज के लिए 8 दिसंबर को सेलेक्शन कमेटी की मीटिंग से डेढ़ घंटे पहले मुझसे संपर्क किया गया था. इससे पहले मेरे साथ किसी ने कोई बात नहीं की थी. मैंने जब अपनी टी20 कप्तानी छोड़ने का फैसला सुनाया था, उसके बाद कोई बात नहीं हुई थी.”