मेरठ. मेरठ में 28 जून को जनसेवा केंद्र संचालक दीन मोहम्मद की हत्या में पुलिस ने मुख्य आरोपी को अरेस्ट कर लिया है। हत्या करने वाला जावेद समाज कल्याण विभाग का लिपिक है। विधवा और वृद्धा पेंशन के कमीशन को लेकर जावेद ने अपने भाई और अन्य के साथ मिलकर हत्या को अंजाम दिया था।

पुलिस ने जब मोबाइल की कॉल डिटेल के आधार पर जांच की तो पता चला की हत्या लिपिक जावेद ने की है। हत्याकांड में दो आरोपी फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।

नौचंदी थाना क्षेत्र के करीम नगर निवासी दीन माेहम्मद (38 साल) पुत्र बाबूदीन जनसेवा केंद्र संचालक था। 27 जून को वह कचहरी से खाना खाकर निकला था, जिसके बाद उसका मोबाइल ऑफ आया।

दीन मोहम्मद के परिजनों ने तलाश शुरू की लेकिन कोई पता नहीं चल पाया। जिसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई। 28 जून को दीन मोहम्मद का शव भावनपुर थाना क्षेत्र के स्याल गांव के जंगल में मिला। हमलावरों द्वारा दो गोली मारकर हत्या की गई थी।

पुलिस की जांच में सामने आया की दीन मोहम्मद को लिपिक जावेद ने कॉल करके बुलवाया। जहां उसे पहले शराब पिलाई और उसके बाद हत्या कर शव को जंगल में फेंक दिया। हत्या करने बाद लिपिक जावेद ने अपना मोबाइल चालू रखा, जिससे पुलिस को संदेह न हो। नौचंदी थाने में यह केस दर्ज कराया गया था।

एसपी सिटी विनीत भटनागर के अनुसार,जावेद मेरठ में समाज कल्याण विभाग में कनिष्ठ सहायक के पद पर तैनात था। उसी दौरान दीन मोहम्मद द्वारा जनसेवा केन्द्र संचालन के दौरान विधवा/वृद्धा पेंशन और योजनाओं का कार्य कराने के दौरान कमीशन को लेकर विवाद चल रहा था । दीन मोहम्मद, जावेद को लडकी के केस में वीडियो बनाकर फंसाने की धमकी देकर पैसे ठगता था।

इसी से परेशान होकर जावेद ने अपने भाई साजिद और मित्र हैदर के साथ मिलकर दीन मोहम्मद को रास्ते से हटाने का षडयंत्र रचकर 27 जून को मीट बनवाकर मंगवाया और पैसे दिलवाने के बहाने अपने भाई साजिद अली की गाडी एक्सयूवी UP 15 DS 7266 में बैठाकर किला रोड पर ले जाकर ग्राम स्याल को जाने वाले रास्ते पर गोली मारकर शव को सडक किनारे फेंक दिया था। इस मामले में आरोपी जावेद अली को गिरफ्तार किया गया है। वहीं साजिद अली और हैदर फरार हैं।