मेरठ। सितंबर माह में सावन भादो की तरह बरसात की झड़ी लगी है। शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन रिमझिम बरसात का दौर जारी रहा। बारिश शनिवार को भी होगी लेकिन तीव्रता में गिरावट रहेगी। रिमझिम फुहारों से मौसम पूरी तरह बदल गया है। लेकिन शनिवार को सुबह बादलों के बीच ही खिली धूप निकली, हालांकि बारिश होने की उम्‍मीद जताई जा रही है।

बरसात से मौसम खुशनुमा हो गया। लोग बरसात का आनंद लेते नजर आये। लेकिन जलभराव होने से आम जन और से स्कूली बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शुक्रवार को अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री कम 26.4 डिग्री रहा। पश्चिम उप्र में अभी तक मानसून बरसात सामान्य से 45 प्रतिशत कम हुई है। दो दिनों की मौसममें कुछ सुधार होगा।

गुरुवार की सुबह 7.30 बजे से शुक्रवार शाम 5.30 40 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है। मानसून सीजन के अंतिम पखवाड़े में वर्षा होने से अब सामान्य 45 प्रतिशत कम वर्षा के औसत में सुधार होने की संभावना है। मेरठ ही नहीं वर्षा का प्रसार दिल्ली, मेरठ समेत पश्चिम उप्र के कई जनपदों और लखनऊ और कानपुर तक बना हुआ है। लखनऊ में भारी वर्षा देखने को मिली है 24 घंटे में 160 मिलीमीटर हुई।

मेरठ में इसके पहले अगस्त में 82 प्रतिशत कम वर्षा हुई थी। सितंबर की यह पहली वर्षा है। सितंबर में मानसून की वापसी होती है। गत वर्ष सितंबर में 274 मिलीमीटर वर्षा हुई थी। जबकि सामान्य रूप से इस माह 136 मिलीमीटर वर्षा होती है।

कृषि प्रणाली संस्थान के प्रधान मौसम विज्ञानी डा. एन सुभाष ने बताया कि उत्तर पश्चिम और मध्य उत्तर प्रदेश में प्रभावी निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हो गया है। जिसके फलस्वरूप दो दिनों से अच्छी वर्षा हुई है। अब यह धीरे-धीरे कमजोर पड़ रहा है। शनिवार को वर्षा में कमी देखी जाएगी।