प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज दोपहर ठीक 11 बजे पुलिस लाईन पहुंचे। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे एसएसपी अभिषेक यादव ने उनकी अगवानी की। इस दौरान हेलीपैड पर केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, प्रदेश सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल, बुढाना विधायक उमेश मलिक, विधायक प्रमोद ऊंटवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला आदि मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री डॉ0 संजीव बालियान, सभी विधायकों व भाजपा नेताओं से उनका कुशलक्षेम पूछा। नीचे क्लिक कर देखें वीडियो

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन के मद्देनजर एडीजी मेरठ जोन राजीव सभरवाल ने एसएसपी अभिषेक यादव के साथ जिला कचहरी में व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन की आहट ने ही जिले के अधिकारियों की नींद उडा दी। देर रात तक पूरा प्रशासन व्यवस्थाओं को चुस्त दुरुस्त करने में जुटा रहा। ऐसे अधिकारी भी सक्रिय भूमिका में दिखाई दिए, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि महीनों से उनके दर्शन भी दुर्लभ थे।

सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ आज जिले में आए। उनके आगमन का समाचार जनता को यह तसल्ली दे रहा था कि उनके दुख हरे जाएंगे, वहीं ऐसे अधिकारियों की नींदे उड गईं, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि उन्होने मुसीबत के इस दौर में जनता से मुंह मोड लिया।

कलक्ट्रेट को दुल्हन की तरह सजा दिया गया। सीएम ने यहीं पर कोविड कंट्रोल रूम का निरीक्षण करेंगे। मुख्यमंत्री के मार्ग में पड़ने वाली सड़कों का कायाकल्प हो गया है। बीमारों के सामने आ रही सभी समस्याओं का निराकरण अचानक अफसरों के पास आ गया है। सरकार की आहट ने जिले में बिगड़ी प्रशासनिक व्यवस्था को पटरी पर ला दिया है।

एक महीने से जनता के फोन नहीं उठाने वाले अफसर जनता की सेवा में तत्पर दिखाई दे रहे हैं। कलक्ट्रेट की रंगाई-पुताई कर दुल्हन की तरह सजा दिया गया है। मुख्यमंत्री कंट्रोल रूम का यहां पर निरीक्षण करेंगे और इसके बाद जिला पंचायत के सभागार में अफसरों और जनप्रतिनिधियों से वार्ता करेंगे। जिला पंचायत का सभागार भी चकाचक हो गया है। पुलिस लाइन से कचहरी तक और संभावित गांवों के मार्गों का कायाकल्प हो गया है। एक महीने से बिगड़ी व्यवस्था एक दिन में पटरी पर आ गई है। जानें मुख्यमंत्री के आगमन पर क्या कह रहे मुजफ्फरनगर के लोग? जानने के लिए नीचे क्लिक कर अगले पेज पर जाएं ओर पढें पूरी खबर

कंट्रोल रूम में फोन करते ही सुनवाई हो रही है। सवालों का जवाब मिल रह है और समस्या का निराकरण हो रहा है। ऑक्सीजन की किल्लत अचानक खत्म हो गई है। तीन सेंटर बन गए हैं, डॉक्टर का पर्चा दिखाओ और गैस प्राप्त करो। एंबुलेंस तक की व्यवस्था सुधर गई है।

जिला चिकित्सालय इतना साफ सुथरा हो गया है कि कहीं गंदगी नजर नहीं आ रही है। रात भर से लगे श्रमिकों ने पूरे जिला चिकित्सालय की रंगाई कर दी। जिला चिकित्सालय से लेकर सभी कोविड अस्पतालों को भी सैनिटाइज करा दिया गया। कई बार हंगामे के बाद जिस मेडिकल कॉलेज में जमकर फजीहत हुई हो, वहां सब कुछ अपडेट है। मरीजों को भोजन से लेकर दवा तक सब समय पर मिल रहा है। अब लोग कह रहे हैं काश मुख्यमंत्री 15 दिन पहले आ जाते तो शायद कोरोना के कारण जिले में इतने लोगों की जान न जाती।