लखनऊ। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए वेस्ट यूपी को बड़ी सौगात दी है। सीएम योगी की सेफ सिटी योजना में वेस्ट के 12 और जिलों को शामिल करते हुए यहां पर महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के लिए काम किजायेगा। इनमें मेरठ और सहारनपुर जनपद शामिल हैं।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिशन शक्ति के दूसरे चरण का आगाज किया। कार्यक्रम का आयोजन लखनऊ में इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में किया गया। इस दौरान महिलाओं को भयमुक्त वातावरण उपलब्ध कराने के लिए चल रही सेफ सिटी परियोजना के तहत पिंक बूथ समर्पित किया गया। इसके अलावा प्रदेश की सेफ सिटी परियोजना में मेरठ, कानपुर, अलीगढ़, बरेली, झांसी, मुरादाबाद और सहारनपुर को भी शामिल कर लिया गया। इस मौके पर चार महिलाओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया।
इंडियन बैंक की चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर व मैनेजिंग डायरेक्टर पद्मजा चंदरू ने सेफ सिटी योजना के दूसरे चरण का लोकार्पण किया है। चंदरु ने कहा कि सेफ सिटी परियोजना के लिए अनुमोदित 194 करोड़ में 60 प्रतिशत अनुदान केंद्र व 40 प्रतिशत अनुदान राज्य सरकार की ओर से दिया जाता है। लखनऊ के बाद सेफ सिटी योजना में वाराणसी, गोरखपुर गौतमबुद्धनगर, आगरा और प्रयागराज को शामिल किया जा चुका है। आज सीएम योगी की घोषणा के बाद मेरठ, कानपुर नगर, अलीगढ़, बरेली, झांसी, मुरादाबाद और सहारनपुर को भी योजना में शामिल किया गया है।
यहां महिलाओं की सुरक्षा के लिए सेफ सिटी परियोजनाएं लागू किए जाने के लिए मंडलायुक्त की अध्यक्षता में एक अधिकारिता समिति का गठन किया गया है। सेफ सिटी परियोजना के तहत पहले चरण में शहर के विभिन्न क्षेत्रों में महिला सुरक्षा के लिए 100 पिंक बूथ बनाए जा रहे हैं। वहीं महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा के लिए महिला पुलिसकर्मियों को 100 टू व्हीलर पिंक पेट्रोल व 10 फोर व्हीलर पिंक पेट्रोल दिए गए हैं। शहर के 75 स्थानों पर विशेष सुविधा से लैस पिंक टॉयलेट का निर्माण भी कराया जा रहा है। सेफ सिटी परियोजना के तहत शहर के डार्क स्पाटस को चिन्हित कर वहां पर प्रकाश की व्यवस्था की जा रही है। पिंक बूथ में केवल महिला कर्मचारी रहेंगी। यहां सभी तरह के कम्युनिकेशन इक्विपमेंट रहेंगे। पिंक बूथ एक मंजिला होगा, जहां ग्राउंड फ्लोर में ऑफिशियल काम होंगे। वहीं ऊपर एक रेस्ट रूम, किचेन, स्टोर की जगह है। वॉश रूम भी बूथ के अंदर होगा। साथ ही सोलर प्लेट भी लगाए जाएंगे जिससे लाइट की परेशानी न हो।
सेफ सिटी प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के लिए सुरक्षित, संरक्षित और सशक्त माहौल तैयार करना है। सेफ सिटी के तहत सिटी बसों में सीसीटीवी कैमरे और पैनिक बटन लगाए जाएंगे। कोई परेशानी आने पर महिला पैनिक बटन दबाएगी तो कंट्रोल रूम को सूचना मिल जाएगी। ये पैनिक बटन इस तरह के होंगे कि महिला बोलकर अपनी समस्या सुना भी सकेगी, इसे कंट्रोल रूम पर नोट किया जाएगा। बटन के पास ही कैमरा लगा, यह कंट्रोल रूम से जुड़ा होगा।
शहर के ऐसे क्षेत्र चिह्नित किए जाएंगे जहां रात में महिलाओं का आवागमन होता है और वहां रोशनी कम हो। ऐसी जगहों पर रोशनी के पर्याप्त इंतजाम किए जाएंगे। प्रमुख चैराहों पर कियोस्क लगाए जाएंगे जिनमें महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। महिलाएं जरूरत पड़ने पर इनसे मदद मांग सकेंगी। प्रमुख चैराहों और मुख्य बाजारों में महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट बनाए जाएंगे।