लखनऊ. सब्जियों की आसमान छूती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए योगी सरकार ने रणनीति बनाकर एक्शन शुरू कर दिया है. एक तरफ सरकार प्याज की स्टॉक लिमिट तय करने जा रही है, वहीं दूसरी तरफ आम जनता को सीधे राहत पहुंचाने के लिए सरकार ने फैसला किया है कि वह नो प्रॉफिट, नो लॉस पर आलू, प्याज और टमाटर की बिक्री करेगी. प्रदेश के सभी जिलों में इस व्यवस्था को लागू करने की तैयारी है. सरकार की तरफ से इस संबंध में जरूरी व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं. इन सब्जियों को मंडी समिति, हाफेड, पराग डेयरी और राज्य कर्मचारी कल्याण निगम की आउटलेट पर बेचा जाएगा.
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में प्याज की उपलब्धता और जमाखोरी पर सख्ती के लिए प्याज की स्टॉक लिमिट तय करने के निर्देश दिए हैं. प्रदेश सरकार जल्द ही इस संबंध में अधिसूचना जारी करेगी. इस आदेश के तहत खुदरा व्यापारी 2 मीट्रिक टन तक प्याज भंडारण कर सकते हैं, जबकि थोक व्यापारी अधिकतम 25 मीट्रिक टन तक प्याज रख सकते हैं. यह सीमा दिसंबर अंत तक लागू रहेगी.
स्टॉक लिमिट लागू करने से पहले व्यापारियों को 3 दिन का समय
बता दें बीते 23 अक्टूबर को केंद्र सरकार ने इस संबंध में एडवाइजरी जारी की थी. प्रदेश सरकार की योजना है कि स्टॉक लिमिट लागू करने से पहले व्यापारियों को 3 दिन का समय दिया जाएगा. व्यापारियों को छंटाई और पैकिंग का काम तीन दिन में पूरा कर लेना होगा. उसके बाद स्टॉक की सीमा लागू होगी. प्रदेश के कुछ जनपदों में प्याज की कीमतों में अचानक आई उछाल को नियंत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं.