मुजफ्फरनगर। एसडी मार्केट और झांसी की रानी मार्केट की सभी दुकानें पगड़ी पर दी गई है। पगड़ी के रुपये भी लिए गए, लेकिन इसका कोई हिसाब किताब नहीं है। नाम मात्र का लिया जाने वाला किराया ही मार्केट में स्थित गुलशनराय मर्केंटाइल बैंक में जमा होता है। पगड़ी और दुकान ट्रांसफर में लिए जाने वाले पैसे का कोई रिकार्ड नहीं है।

डीएम सीबी सिंह के आदेश पर एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह के नेतृत्व में गठित जांच समिति ने जो रिपोर्ट दी है, यह तथ्य सामने आया है कि एसडी मार्केट और झांसी की रानी मार्केट के दुकानदार अपना हर माह का किराया मार्केट में स्थित गुलशन राय मर्केंटाइल बैंक में जमा करते हैं। इस बैंक में सनातन धर्म कॉलेज एसोसिएशन के नाम से एक खाता है। यह सारा पैसा उसी में जाता है। प्रशासन ने इस खाते का रिकार्ड भी निकलवाया है। जांच में यह भी सामने आया है कि सभी दुकानदारों को दुकाने पगड़ी पर दी गई है। एसडी मार्केट की नीचे की पगड़ी दो करोड़ तक है। दूसरी मंजिल पर रेट आधा है। तीसरी में मंजिल पर यह रेट एक चौथाई है। इसी तरह दुकान ट्रांसफर कराने के नाम पर भी रुपये लिए जाते हैं। इसके लिए एसोसिएशन ने अलग से अपने कुछ लोग जिम्मेदार बना रखे हैं। पैसे का सारा हिसाब किताब लिया जाता है। अधिकतम दुकानदारों से जो किराया लिया जाता है, जो एक हजार से 1500 रुपये महीना के बीच ही है। पगड़ी अधिक होने के कारण किराया कम रखा गया है। बड़ी बात यह है कि पगड़ी और दुकान ट्रांसफर के नाम पर लिए गए धन का कोई रिकार्ड किसी बैंक में नहीं है।