मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा जनपद के कस्बा शाहपुर में जातीय जनगणना कराओ आरक्षण बढाओ सहारनपुर मंडल का सम्मेलन किया गया।

सम्मेलन के मुख्यअतिथि राष्ट्रीय सचिव एवं पश्चिम प्रभारी प्रदीप नरवाल रहे। राष्ट्रीय सचिव प्रदीप नरवाल एवं प्रदेश उपाध्यक्ष विधायक वीरेन्द्र चौधरी ने कहा की आजादी के 75 वर्ष के पश्चात भी पिछड़े वर्ग की अधिकतर जातियों की राजनीतिक सामाजिक शैक्षिक और आर्थिक स्थिति अत्यंत कमजोर है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि 1931 के बाद पिछड़े वर्ग की जातिगत जनगणना के आंकड़े नहीं है। वर्ष 2011 में केंद्र की यूपीए वाली कांग्रेस सरकार ने जनगणना में जातिगत और आर्थिक आंकड़े जुटाए लेकिन 2014 में केंद्र में बीजेपी की सरकार आ गई बाद में केंद्र की बीजेपी सरकार ने जनगणना में पिछड़े वर्ग के जातिगत और आर्थिक आंकड़े पेश नहीं किए और 2021 में होने वाली जनगणना को भी अभी शुरू नहीं कराया गया।

प्रदेश संगठन सचिव अनिल यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2014 लोकसभा चुनाव से पहले अपने आप को पिछड़ी जाति का बताया था। जबकि पिछले 9 वर्ष की मोदी जी की सरकार ने पिछड़े वर्ग के लिए कोई काम नहीं किया। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने पिछड़े वर्ग की जाति का जनगणना आबादी के अनुपात में आरक्षण की मांग की और पिछड़े वर्ग की इस लड़ाई को मजबूती से लड़ने के लिए कहा। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री को जातिगत जनगणना कराने के लिए 16 अप्रैल 2023 को पत्र लिखा।

पिछड़ा वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष मनोज यादव एवं फिशरमैन कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र कश्यप ने कहा कि सरकार से पिछड़े वर्ग की जातिगत जनगणना आबादी के अनुपात में आरक्षण पिछड़े वर्ग को पिछड़ा अति पिछड़ा एवं अत्यंत पिछड़ा में विभाजित कर और पिछड़े वर्ग के आरक्षण को एस०सी/एस०टी आरक्षण की तर्ज पर संवैधानिक दर्जा देने की मांग की सम्मेलन में मुख्य रूप से अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शहनवाज आलम,प्रदेश महासचिव विदित चौधरी, यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ओमवीर यादव, प्रदेश सचिव प्रवीण चौधरी,सहारनपुर जिला अध्यक्ष मुजफ्फर चौधरी, जिला अध्यक्ष सुबोध शर्मा, अशोक सैनी, विनोद गुज्जर, समन्द्र कश्यप, प्रदीप वर्मा आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।