शामली। कैराना अधिशासी अधिकारी के चेयरमैन की कुर्सी पर बैठने के बाद उपजे विवाद का डीएम ने पटाक्षेप करा दिया। बंद कमरे में करीब एक घंटे तक चली लंबी वार्ता के बाद पांच दिन से चल रही हड़ताल और धरने को समाप्त कर दिया गया। डीएम ने कमेटी गठित कर मामले की जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया।

नगरपालिका में 30 दिसंबर को बोर्ड बैठक से पहले अधिशासी अधिकारी का कार्यभार संभाल रहीं एसडीएम न्यायिक मणि अरोरा चेयरमैन की कुर्सी पर बैठ गई थीं। इसे लेकर बवाल हो गया था। जिसके बाद नाराज चेयरमैन, सभासद पालिका स्टाफ, अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए थे। इसके बाद पालिका के समस्त सफाई कर्मियों ने भी अधिशासी अधिकारी पर उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए हड़ताल शुरू कर दी थी। पिछले पांच दिन से नगरपालिका परिसर में धरना चल रहा था। सोमवार दोपहर करीब तीन बजे डीएम जसजीत कौर धरना स्थल पर पहुंचीं। उन्होंने बंद कमरे में चेयरमैन, पालिका स्टाफ, व्यापारियों और सभासदों के साथ वार्ता की। एक घंटे की वार्ता के बाद डीएम दोबारा धरना स्थल पर पहुंचीं।

इस दौरान पालिका चेयरमैन और सभासदों ने ईओ मणि अरोरा पर लगाए गए आरोपों के संबंध में डीएम को शिकायती पत्र सौंपा। डीएम ने कहा कि आरोपों की जांच के लिए कमेटी गठित की जाएगी। जांच के बाद वह दोषी पर कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगी। चेयरमैन हाजी अनवर हसन ने धरना समाप्त करने की घोषणा की। इस दौरान एडीएम संतोष कुमार, एसडीएम संदीप कुमार, प. उप्र संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष घनश्याम दास गर्ग, व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष विपुल कुमार जैन, अनिल कुमार गुप्ता, समस्त सभासद मौजूद रहे।

डीएम जसजीत कौर ने कहा कि कुछ दिनों से ईओ के खिलाफ चेयरमैन सभासद व्यापारियों व सफाई कर्मचारियों का धरना चल रहा था। सभी की शिकायत लिखित में ली गई हैं। समिति गठित कर निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। यदि शिकायत सही पाई गई तो उसके तहत आगे की कार्रवाई होगी। वहीं डीएम ने सभी कोरोना गाइड लाइन का पालन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि चेयरमैन व सभासद तारीख तय कर लें, नियमानुसार बोर्ड बैठक कराई जाएगी।