मुजफ्फरनगर। भाकियू के प्रयास से कस्बा सिसौली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 6 ऑक्सीजन बेड की स्थापना की गई। बेड पर पूरा खर्च भारतीय किसान यूनियन के द्वारा किया गया। इस समय करोना के कहर से ग्रामीण क्षेत्रों में हाहाकार मचा है। देर रात्रि में तबीयत खराब होने पर ग्रामीण क्षेत्रों में ऑक्सीजन न मिल पाने के कारण अस्पतालों में बेड में होने के कारण कई लोगों की जान जा चुकी है। जिसको दृष्टिगत रखते हुए भाकियू ने एक छोटा सा प्रयास कस्बा सिसौली से शुरू किया है, जिससे आसपास के ग्रामीणों को भी लाभ मिलेगा।

ऑक्सीजन आपूर्ति की जिम्मेदारी भी भारतीय किसान यूनियन ने अपने खर्च पर किये जाने का फैसला किया है। जिला प्रशासन को ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्राथमिक विद्यालयों में कम से कम 10 ऑक्सीजन ब्रेड की व्यवस्था करनी चाहिए। सामूहिक लड़ाई से ही कोरोना को हराया जा सकता है। गौरव टिकैत ने कहा कि कोरोना के कारण जो नुकसान हो रहा है उसकी भरपाई संभव नहीं है ।भारतीय किसान यूनियन ने एक बीड़ा उठाया है जिसकी शुरुआत जनपद में सिसौली से की है।

जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ऑक्सीजन बेड की स्थापना संगठन के खर्च पर कराई जाएगी ।ग्रामीण क्षेत्रों में इलाज के अभाव में या ऑक्सीजन के कारण किसी की मौत ना हो ऐसे प्रयास लगातार किए जा रहे हैं। बाजार में ऑक्सीजन सिलेंडर की अनुपलब्धता वह दूसरे उपकरण ने मिलने के कारण अभी केवल यह सिसौली में ही संभव हो पाया है, जल्द ही जनपद के अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी भाकियू के द्वारा आवश्यक सामान दे दिया जाएगा।

भाकियू के मीडिया प्रभारी धर्मेन्द्र मलिक ने जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अलग से ऑक्सीजन का कोटा निर्धारित कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को भी ऑक्सीजन उपलब्ध कराए।अगर जिला प्रशासन चाहे तो भाकियू अपने निजी खर्च पर अपने वाहनों से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ऑक्सीजन पहुंचाने का कार्य भी करने के लिए तैयार हैं। भाकियू जनपद के सामाजिक संगठनों, उद्यमियों, व्यापारियों से भी आह्वान करती है कि इस विपत्ति में हर संभव मदद करें, क्योंकि अगर जनपद के लोग खुशहाल होंगे तो व्यापार उद्योग सब खुशहाल होंगे। जनपद के सभी शुगर मिलो से भी निवेदन है कि अपने-अपने क्षेत्रों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 20 ,20 बेड ऑक्सीजन सहित उपलब्ध कराने के लिए आगे आये । भाकियू पत्र लिखकर भी शुगर मिलो से 100 बेड शुगर मिल के अंदर तैयार करने की अपील करेगी।