
सत्ता के खेल आज के युग में ही हैरान करने वाले नहीं होते, सदियों पहले से ही राज्य पाने के लिए राजा-रानी न जाने क्या-क्या हथकंडे अपनाते रहे हैं. आज हम आपको एक ऐसी ही महिला के बारे में बताएंगे, जिसने सत्ता के लिए न सिर्फ अपने दो सगे भाइयों से शादी कर ली बल्कि न जाने कितने लोगों को अपने रूप के जाल में फंसाया. बेपनाह हुस्न की मालकिन इस महिला ने उस वक्त अपनी सत्ता स्थापित की, जब लोग उसकी कहानी को खत्म मानने लगे थे.
14 साल की उम्र में ही सत्ता का संघर्ष शुरू कर देने वाली इस महिला ने कुल ज़िंदगी ही 38 साल की जी थी. इतनी सी ज़िंदगी में उसने जो-जो कारनामे किए कि इतिहास उसे कभी भूल नहीं पाया और उसकी पहचान दुनिया की कुछ सबसे चर्चित और ताकतवर रानियों में से हुई. हम जिस रानी की बात कर रहे हैं, उसका नाम था क्लियोपेट्रा. वे अपनी खूबसूरती, बुद्धिमत्ता और शानदार राजनैतिक क्षमता की वजह से आज भी याद की जाती है. किसी को उसका चरित्र आकर्षक तो किसी को नकारात्मक लगता है लेकिन कोई उसे नज़रअंदाज़ नहीं कर सकता.
इतिहास भी इस बारे में नहीं जानता कि क्लियोपैट्रा मूलरूप से कहां की थी. किसी ने उसे मेसेडोनिया का कहा तो किसी ने अफ्रीका का कहा. हालांकि वो मिस्र की रानी के तौर पर स्थापित हुई. क्लियोपैट्रा के पिता की मौत के बाद उसकी उम्र 14 साल थी और उसे अपने भाई फिरौन टोलमी XIII के साथ सत्ता मिली. इंटरनेट से मिली जानकारी के मुताबिक मिस्र के रिवाज़ के मुताबिक उसने अपने ही 2 सगे भाइयों से शादी भी कर ली, ताकि सत्ता बनी रहे. हालांकि बाद में वो अपने एक सेवक की मदद से जुलियस सीज़र से मिलने गई और उसके साथ मिलकर अपने भाई को सत्ता से हटाया और खुद मिस्र की रानी बन गई.
इस पूरे मामले में क्लियोपेट्रा और जूलियस सीज़र के बीच करीबी रिश्ते बन गए और 47 ईसापूर्व में उसने बेटे सीज़ेरियॉन को जन्म दिया. 44 ईसापूर्व में सीज़र की हत्या के बाद रानी का छोटा भाई टोलमी X1V रहस्यमय तरीके से गायब कर दिया गया और बहन आर्सिनो IV को मार्क एंटनी ने मौत के घाट उतार दिया. क्लियोपैट्रा सीज़ेरियॉन के साथ शासन संभालती रही. जैसे ही ऐंटनीको रोम के पूर्वी प्रांतों का शासक बनाया गया, वैसे ही क्लियोपैट्रा ने तुरंत उससे राजनीतिक संबंध बना लिए.
क्लियोपेट्रा ऐंटनी के निमंत्रण पर 41 ईसा पूर्व में तारतूस गई थी. कहते हैं कि इसके लिए उसने प्रेम की ग्रीक देवी ऐफ्रोडाइट की तरह तैयार होने का सही समझा. अपने प्रेम के जादू में ऐंटनी को फंसाकर क्लियोपैट्रा ने अपनी गद्दी सलामत रखी और मिस्र को आज़ाद रखा. इस कपल के 3 बच्चे हुए, जिन्हें बाद में अलग-अलग जगहों पर राज्य को मजबूत करने के लिए भेजा गया. बताते हैं क्लियोपेट्रा अपनी सुंदरता को लेकर ऐसी सनकी थी कि 700 गधियों के दूध से नहाती थी. वो जनता के सामने देवी की तरह तैयार होकर पहुंचती थी और सालों तक उसकी पूजा होती रही.
मिस्त्र की रानी क्लियोपेट्रा की खूबसूरती पर साहित्यकार शेक्सपियर भी फिदा थे और उन्होंने अपने नाटकों में इसे खूब सराहा. जब क्लियोपैट्रा की मौत हुई तो उनकी उम्र महज 38 साल थी. कहा जाता है कि एक्टिउम की जंग में हार के बाद रानी ने अपने बदन पर सांप को लुभाने वाला तेल लगाया, जिसके बाद एस्प (मिस्र के जहरीले सांप) से खुद को कटवा लिया. ऐसा कहा जाता है कि जिस समय यह सबकुछ हो रहा था स्ट्राबो नाम का व्यक्ति उस वक्त मौजूद था, जिसने बाद में इसकी गवाही भी दी. वहीं, कुछ लोगों का यह भी कहना है कि हार के बाद ऐंटनी के प्रतिद्वंदी ऑगस्टस ने क्लियोपेट्रा की हत्या कर दी. इस तरह सुंदरता की देवी मानी जाने वाली क्लियोपेट्रा की ज़िंदगी का अंत हुआ.
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