मुजफ्फरनगर। डीसीओ आरडी द्विवेदी ने कहा कि आधार, मोबाइल नंबर और घोषणा पत्र न होने पर गन्ना एसएमएस पर्ची नहीं आएगी। जिले में 70 हजार किसान ऐसे है जिन्होंने अभी तक घोषणा पत्र नहीं भरा है। किसानों को प्राथमिकता के आधार पर अपना घोषणापत्र भरकर जमा कर देना चाहिए।
डीसीओ ने बताया कि जिन किसानों ने अपना मोबाइल नंबर बदल दिए हैं, वे अपना वह मोबाइल नंबर, जो उनके द्वारा उपयोग किया जा रहा है, अपने गन्ना समिति के माध्यम से अथवा ई गन्ना ऐप के से माध्यम से सही करा लें, ताकि उन्हें गन्ने की एसएमएस पर्ची प्राप्त होने में कोई असुविधा न होने पाए। किसानों को यह कार्य 10 दिसंबर तक अवश्य पूर्ण करना होगा, अन्यथा उनकी गन्ना पर्ची कभी भी आनी बंद हो सकती है।
जिला गन्ना अधिकारी ने बताया कि वर्तमान पेराई सत्र 2021-22 के लिए गन्ना विभाग द्वारा ऑनलाइन घोषणा पत्र भरना अनिवार्य किया गया है, जिसमें किसानों को caneup.in पोर्टल पर जाकर अपने गन्ने और जमीन के क्षेत्रफल का ब्यौरा भरना है, कोई भी अभिलेख अपलोड नहीं करना है। जनपद की सात सहकारी और एक सहकारी चीनी मिल समिति मोरना की ओर से कुल 216461 किसानों द्वारा विभिन्न चीनी मिलों को अपने गन्ने की आपूर्ति की जा रही है।
विभागीय पोर्टल पर उपलब्ध सूचना के अनुसार 30 नवंबर, 2021 तक कुल 146500 किसानों ने ही अपना ऑनलाइन घोषणा पत्र पोर्टल पर जाकर दर्ज किया है और अभी भी लगभग 70000 किसानों ने अपना घोषणा पत्र ऑनलाइन नहीं भरा है। इन किसानों के द्वारा घोषणा पत्र न भरने से इनकी गन्ना पर्ची विभाग बंद करने जा रहा है।
डीसीओ ने यह भी जानकारी दी कि भविष्य में ऐसे किसान जो अपना घोषणा पत्र पोर्टल पर दर्ज नहीं करेंगे उन्हें अतिरिक्त बढ़ोतरी की भी सुविधा नहीं मिल पाएगी और फलस्वरूप ऐसे किसानों को अपना गन्ना कम कीमत पर इधर-उधर बेचना पड़ेगा। किसान अपना घोषणा पत्र पोर्टल पर दस दिसंबर तक अवश्य भर दें, तथा किसी भी प्रकार की असुविधा होने पर अपने गन्ना समिति के सचिव अथवा ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक से संपर्क करें।