नई दिल्ली। क्रोंचासन, एक ऐसा आसन है जिसे बिगनर्स भी कर सकते हैं। इस आसन को करने के दौरान शरीर सारस या क्रोंच पक्षी जैसा नजर आता है इसीलिए इसे क्रोंचासन के नाम से जाना जाता है। इसमें आसन में जितना देर रूकेंगे उतने ही फायदे आपको मिलेंगे। इसके नियमित अभ्यास से जोड़ों की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है। जिनके पैर फ्लैट हैं उन्हें भी इससे फायदा होता है।
– मैट पर बैठ जाएं और पैरों को सामने की ओर फैला लें।
– दाहिने पैर को मोड़ लें और पीछे की तरफ करते हुए कूल्हे के नीचे रख लें।
– अब दोनों हाथों से बाएं पैर को पकड़ते हुए ऊपर की ओर उठाएं।
– इस स्थिति में गर्दन और पीठ सीधे रहने चाहिए।
– गहरी लें और छोड़ते रहें और इस पोजीशन में अपनी क्षमतानुसार बने रहें।
– सांस छोड़ते हुए पैर को नीचे की ओर ले आएं।
– क्रोंचासन के निरंतर अभ्यास से शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन सही रहता है।
– क्रोंचासन करने से पैरों के मसल्स व ज्वॉइंट्स मजबूत होते हैं।
– क्रोंचासन करने से जांघों और पिंडलियों की मांसपेशियों की अच्छी-खासी स्ट्रेचिंग होती है।
– इस आसन को करने से पेट के अंदरूनी अंगों को अच्छी मालिश हो जाती है।
– अगर आपको गैस और पेट फूलने की समस्या है तो इससे भी राहत मिलती है।
क्रोंचासन करते वक्त रखें ये सावधानियां
क्रोंचासन के ज्यादा से ज्यादा फायदे के लिए उसे वक्त कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है।
– अगर आपके घुटने में दर्द है, तो इस आसन को न करें।
– बेशक क्रोंचासन बिगनर्स लेवल आसन है फिर भी इंजुरी से बचने के लिए इसे ट्रेनर की देखरेख में ही करें।
– प्रेग्नेंसी से इस आसन को बिल्कुल न करें।