नई दिल्ली। भारत समेत दुनियाभर के कई देशों में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है और कोविड-19 के नए-नए वेरिएंट सामने आ रहे हैं. बताया जा रहा है कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के पीछे ओमिक्रॉन का नया सब-वेरिएंट बीए.5 जिम्मेदार है. एक्सपर्ट्स ने इस वेरिएंट को लेकर चिंता जताई है, क्योंकि यह तेजी से संक्रमित करता है और एंटीबॉडी को भी चकमा दे सकता है. यानी ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट बीए.5 उन लोगों को भी अपनी चपेट में ले सकता है, जो पहले कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं.
कोरोना वैक्सीन के लिए 4 गुना अधिक प्रतिरोधी
ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट बीए.5 कोविड-19 टीकों के लिए चार गुना अधिक प्रतिरोधी है, जो अब अमेरिका में प्रमुख कोरोना वायरस स्ट्रेन है. नेचर में प्रकाशित एक नए स्टडी-रिपोर्ट में पाया गया कि ओमिक्रॉन के पहले के सब-वेरिएंट की तुलना में यह वेरिएंट मैसेंजर आरएनए टीकों के लिए चार गुना अधिक प्रतिरोधी है, जिसमें फाइजर और मॉडर्ना कोविड-19 के टीके शामिल हैं.
मरीजों को गंभीर रूप से कर रहा संक्रमित
बीए.5 लोगों को तेजी से संक्रमित कर रहा है. मेयो क्लिनिक ने एक रिपोर्ट में कहा है कि नया स्ट्रेन ‘हाइपरकॉन्टेजियस’ है और मरीज को अस्पताल में और आईसीयू में भर्ती होने की हालत में पहुंचा रहा है. बिना टीकाकरण वाले लोगों में वायरस से संक्रमित होने की संभावना उन लोगों की तुलना में लगभग पांच गुना अधिक होती है, जिन्हें टीका लगाया जाता है और अस्पताल में भर्ती होने की संभावना 7.5 गुना अधिक होती है, और मृत्यु की संभावना 14 से 15 गुना अधिक होती है.
बीए.5 का सबसे खतरनाक लक्षण
ओमिक्रॉन का नया सब-वेरिएंट बीए.5 भी पिछले वेरिएंट्स की तरह है. इसके लक्षण कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट की तरह घातक नहीं हैं, लेकिन कुछ गंभीर मामले में दर्दनाक लक्षण महसूस हो सकते हैं. बीए.5 का सबसे खराब लक्षण गले में खराश है.
बीए.5 से संक्रमित होता है ऊपरी श्वसन मार्ग
कोलोराडो यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों के अनुसार, ओमिक्रॉन वेरिएंट के अन्य सब-वेरिएंट्स की तरह बीए.5 भी ऊपरी श्वसन मार्ग को प्रभावित करता है और लोगों को सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. गले में खराश और नाक बंद होना इस बात का संकेत है कि वायरस ने जकड़ लिया है.
श्वसन मार्ग में जकड़न से कैसे निपटें?
गले में खरास और नाक बंद होने के अलावा अगर सांस लेने में दिक्कत है तो आप कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं और आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. इसके बाद कोरोना टेस्ट कराएं और जब तक निगेटिव रिपोर्ट ना आए तब तक खुद को सेल्फ आइसोलेट कर लें. इसके साथ ही घर का बना खाना खाएं और खुद को हाइड्रेटेड रखें. नमक के पानी से गरारे करने, गुनगुना पानी और शहद वाली चाय पीने से भी आराम मिल सकता है.