मेरठ। बाइपास स्थित एमआईईटी कॉलेज के हाॅस्टल में बीसीए फर्स्ट ईयर की छात्रा मनीषा ने सुसाइड कर लिया। मनीषा का शव हॉस्टल के कमरे में पंखे से लटका मिला। सूचना पर मेरठ पहुंचे परिजनों का आरोप है कि कॉलेज वाले उनसे सच्चाई छिपा रहे हैं। वह आत्महत्या नहीं कर सकती है। जानी पुलिस घटना को लेकर जांच कर रही है। बिहार, चंपारण जिले की रहने वाली मनीषा पुत्री जितेन्द्र एमआईईटी परतापुर में बीसीए फर्स्ट ईयर की छात्रा थी।

वह एमआईईटी मेरठ बागपत बाइपास के कैंपस स्थित हास्टल में कमरा नंबर 223 में रह रही थी। गुरुवार को आठ बजे के करीब मनीषा अपने हाॅस्टल के कमरें में फांसी पर लटकी मिली। कमरा अंदर से बंद था। छात्रा की आत्महत्या की सूचना मिलते ही जानी पुलिस मौके पर पहुंती। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।

जानी थानाध्यक्ष प्रांजल त्यागी ने बताया कि जिस रूम में मनीषा रहती थी उसी रूम में बिहार निवासी दो अन्य छात्राएं साक्षी व प्रियाशी भी साथ रहती थीं। बुधवार को प्रियांशी का जन्मदिन था। इसको लेकर उन्होंने अपने कॉलेज के छात्र हिमांशु का केक लेने के लिये भेजा था। इस दौरान अपने जन्मदिन की अन्य तैयारी को लेकर प्रियांशी साक्षी के साथ मिलने के लिए हॉस्टल की दूसरी छात्राओं के पास गई हुई थी।

उन्होंने मनीषा से भी साथ चलने को कहा, लेकिन उसने पढ़ाई की बात कहकर साथ जाने से मना कर दिया। साक्षी व प्रियांशी के रूम से चले जाने के बाद मनीषा ने हॉस्टल रूम का गेट बंद कर लिया। कुछ समय बाद साक्षी व प्रियांशी लौटकर आईं तो उन्होंने अपने रूम का गेट खुलवाने के लिए नॉक किया तो भीतर से कोई उत्तर नहीं मिला। वह काफी देर तक रूम का गेट खुलवाने के लिए मनीषा को आवाज लगाती रहीं लेकिन कोई आवाज नहीं आई।

इसके बाद उन्होंने मनीषा का मोबाइल भी ट्राइ किया, लेकिन कोई रिप्लाई नहीं मिला। इस दौरान हॉस्टल के अन्य कमरों में रहने वाली छात्राएं भी वहां जमा हो गई। जानकारी पर वार्डन व अन्य स्टाफ वहां जमा हो गया। इस दौरान एक स्टाफ ने रूम की खिड़की पर चढ़कर झांककर देखा। अंदर कमरें में पंखे से मनीषा की झूल रही थी। स्टाफ ने तुरंत कमरे का दरवाजा तोड़कर मनीषा को नीचे उतारा।

गम्भीर अवस्था में हॉस्टल प्रशासन ने उपचार के लिए मनीषा को अस्पताल भेजा,लेकिन अस्पताल में डाक्टरों ने मनीषा को मृत घोषित कर दिया। पुलिस को सूचना दी तो पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव का पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है। जानी थानाध्यक्ष प्रजंत त्यागी के अनुसार पुलिस तमाम पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर रही है। मामला संदिग्ध लग रहा है। इस मामले में हॉस्टल में उसके साथ रहने वाले दूसरी छात्राओं से भी पुलिस ने पूछताछ की है। मोबाइल की काॅल डिटेल निकलवाई जा रही है। पूछताछ के लिए एक छात्र को पुलिस ने हिरासत में लिया है।

घटना की जानकारी पर जानी थाना पहुंचे मनीषा के भाई सोनू ने बताया कि हमारें माता-पिता नहीं हैं। हमरा लालन-पालन रिश्तेदारों ने किया है। मनीष बहुत हसमुंख स्वभाव की थी। उससे ज्यादा मिलना-जुलना या दोस्त बनाना भी पसंद नहीं था।