बागपत के रमाला में धारदार हथियार से एक किसान की हत्या कर शव को असारा गांव के जंगल में फेंक दिया। पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक की शिनाख्त शामली के भारसी गांव के रहने वाले किसान के रूप में हुई है। शव से चंद कदम दूरी पर ही किसान की बाइक भी खड़ी हुई मिली है। किसान का मोबाइल मौके पर नहीं मिला है।
असारा गांव का रहने वाला किसान मांगा गुरुवार की सुबह सात बजे खेत में गया था तो वहां उसे एक व्यक्ति का लहूलुहान हालत में शव पड़ा मिला। उसने घटना की जानकारी गांव के प्रधान के अलावा दूसरे लोगों को दी, जिसके बाद पूर्व प्रधान नसीम आदि ग्रामीण मौके पर पहुंचे। सूचना पर पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई। चंद कदम दूरी पर खेत में ही किसान की बाइक खड़ी हुई मिली।
पुलिस ने बाइक नंबर के आधार पर मृतक की शिनाख्त शामली जनपद के भारसी गांव के रहने वाले 55 वर्षीय भगत सिंह पुत्र कीरत सिंह के रूप में की। पुलिस ने घटना से भगत सिंह के स्वजन और शामली कोतवाली पुलिस को भी अवगत कराया। शामली कोतवाली में भगत सिंह की गुमशुदगी दर्ज हुई मिली। सूचना के बाद भारसी से भगत सिंह का बेटा गौरव, ग्राम प्रधान संदीप पंवार, नीरज आदि लोग मौके पर पहुंचे और असारा गांव के लोगों के अलावा रमाला पुलिस से जानकारी ली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इंस्पेक्टर मदनपाल सिंह का कहना है कि असारा गांव में मिला शव भारसी के भगत सिंह का है। कार्रवाई की जा रही है। भगत सिंह की बाइक बरामद हो गई है जबकि मोबाइल नहीं मिला है। भगत सिंह के सिर पर पीछे से धारदार हथियार से वार किया गया है। गौरव ने बताया कि उसके पिता बुधवार की शाम पांच बजे घर से बाइक पर यह कहकर गए थे कि वह नौकर लेने जा रहे थे। उसके बाद वापस नहीं लौटे तो रात 12 बजे शामली कोतवाली में उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई गई।