बलिया. एक किसान से पैमाइश करने के लिए बैरिया तहसील के सुरेमनपुर- श्रीनगर क्षेत्र में तैनात राजस्व निरीक्षक ओमप्रकाश यादव द्वारा पांच हजार रुपये रिश्वत लेने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बैरिया तहसील में हड़कम्प मच गया है। उपजिलाधिकारी आत्रेय मिश्र ने राजस्व निरीक्षक ओमप्रकाश यादव को उनके क्षेत्र से हटाकर कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया है और तहसीलदार शैलेन्द्र कुमार को जांच सौंप कर तीन दिन के भीतर रिपोर्ट तलब की है।
उल्लेखनीय है कि ओमप्रकाश यादव ने खरिका के एक किसान से पैमाइश करने के एवज में पांच हजार रुपये रिश्वत मांगा था। गरीब किसान ने किसी तरह चार हजार 500 रुपये इंतेजाम करके राजस्व निरीक्षक को एक सप्ताह पूर्व दिया था और किसी ने इस लेन-देन का वीडिओ बना लिया था। राजस्व निरीक्षक ने पैमाइश का समय दिया था किंतु किसान द्वारा बकाया 500 रुपया समय से पहले राजस्व निरीक्षक के पास नहीं पहुंचाने पर वह पैमाइश करने के लिए न खुद गया न लेखपाल को जाने दिया। जिसके बाद यह विडिओ सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया और इसे मुख्यमंत्री व राजस्वमंत्री के ट्वीटर पर भी भेज दिया गया।
गौरतलब है कि पिछले 22 जून को भाजपा महिला मोर्चा के नेता महिमा सिंह ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर उक्त राजस्व निरीक्षक पर भ्रष्टाचार का गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा था कि इस राजस्व निरीक्षक ने रिश्वत वसूले के लिए किसी मुकेश नाम के युवक को अपने साथ रखा है। उक्त शिकायती पत्र जिलाधिकारी कार्यालय से जांच के लिए बैरिया तहसील भेजी गई किन्तु कोई कार्रवाई नही हुई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि बैरिया तहसील में तैनात अधिकांश लेखपाल व राजस्व निरीक्षक प्राइवेट आदमी रखे हुए है जो उनके लिए रिश्वत वसूलने सहित अन्य कार्य करते है।