नई दिल्ली. राहुल द्रविड़ अपने शांत स्वभाव के लिए जाने जाते हैं. वे टीम इंडिया की ओर से बतौर बैटर, बतौर विकेटकीपर और बतौर कप्तान खेल चुके हैं. मौजूदा समय से वे टीम के कोच हैं. उनके दोनों बेटे उनके नक्शेकदम पर चल रहे हैं और क्रिकेटर हैं. छोटे बेटे ने कमाल करते हुए उनकी तरह टीम की कमान हासिल कर ली है. अन्वय द्रविड़ को अंडर-14 इंटर जोनल टूर्नामेंट के लिए कर्नाटक टीम का कप्तान बनाया गया है. टूर्नामेंट के मुकाबले 23 जनवरी से 11 फरवरी तक केरल में होने हैं. टूर्नामेंट में 2 दिवसीय मुकाबले खेले जाने हैं. द्रविड़ का बड़ा बेटा समित भी क्रिकेटर है और उसने अंडर-14 लेवल पर दोहरा शतक भी जड़ा है.
अन्वय में अपने पिता राहुल द्रविड़ और पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी की राह चुनी है. वे टीम का कप्तान होने के साथ विकेटकीपर भी है. द्रविड़ भी लंबे समय तक भारतीय टीम की ओर से बतौर विकेटकीपर खेल चुके हैं. वहीं धोनी ने बतौर विकेटकीपर ही शुरुआत की थी. वे बतौर कप्तान कई रिकॉर्ड बना चुके हैं. वे बतौर कप्तान वनडे और टी20 वर्ल्ड कप का खिताब तक जीत चुके हैं. अब अन्वय बतौर विकेटकीपर कप्तान मैदान पर अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे.
अन्वय द्रविड़ जब मैदान पर बतौर कप्तान खेल रहे होंगे, तब उनके पिता राहुल द्रविड़ टीम इंडिया को ट्रेनिंग देते रहेंगे. भारतीय टीम अभी न्यूजीलैंड से वनडे सीरीज खेल रही है. दूसरा मैच 21 को जबकि तीसरा व अंतिम वनडे 24 जनवरी को खेला जाएगा. इसके बाद दोनों टीमों के बीच 3 मैचों की टी20 सीरीज खेली जाएगी. इसके बाद भारतीय टीम टेस्ट सीरीज के लिए जुट जाएगी. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज 9 फरवरी से शुरू हो रही है.
राहुल द्रविड़ ने बतौर विकेटकीपर वनडे में 73 मैच खेले. इस दौरान उन्होंने 44 की औसत से 2300 रन बनाए. 4 शतक और 14 अर्धशतक जड़ा. 145 रन बेस्ट स्कोर रहा है. कप्तानी की बात करें तो द्रविड़ ने 25 टेस्ट में अगुआई की. 8 में जीत हासिल की जबकि 6 में हार मिली. वनडे के रिकॉर्ड को देखें, तो द्रविड़ ने 79 मैच में कप्तानी की. भारत को 42 में जीत हासिल की, जबकि 33 में हार मिली.