नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बाद अब दुनिया पर नया खतरा मंडरा रहा है. WHO के चीफ डॉ टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा है कि अगली महामारी कोविड से कहीं ज्यादा खतरनाक हो सकती है. जेनेवा में अपनी सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने इस नए खतरे के बारे में दुनिया को आगाह किया है. उन्होंने ये भी कहा कि अभी कोरोना पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है और नया संकट दुनिया के सामने कभी भी आ सकता है. जबकि इससे पहले 5 मई को WHO ने घोषणा की थी कि कोरोना अब ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी नहीं है. इसकी वजह तेजी से कम होते एक्टिव केस और मौत के आंकड़ों को बताया गया था.
भारत में कोरोना की दूसरी बड़ी लहर के दौरान कोरोना से हुई मौतों को लेकर हाहाकार मचा था. तब से हर कोई यही दुआ करता नजर आया कि अब कभी दोबारा मौत का ऐसा मंजर न देखना पड़े. ऐसे में हाल ही में जो नई महामारी का अलर्ट आया है उसने एक बार फिर से लोगों की चिंता को बढ़ा दिया है. WHO का कहना है कि कोरोना महामारी के चलते 3 सालों में दुनियाभर में लाखों मौतें हो चुकी हैं. लेकिन अब जिस नई महामारी यानी बीमारी का अंदेशा जताया गया है उसके आगे ये आंकड़ा छोटा पड़ सकता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जिस महामारी की चेतावनी जारी की है अभी उसका नाम और पहचान तय नहीं है. लेकिन जब विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसे वैश्विक संस्थान से अलर्ट आता है तो वाकई ये चिंता की बात हो जाती है.
इतिहास गवाह है कि दुनिया में पिछली कुछ सदियों से हर 100 साल में महामारी का हमला हुआ है. साल 1720 में प्लेग फैला था उसमें करीब एक लाख लोगों की जान गई थी. फिर 1820 में एशिया महाद्वीप में हैजा फैला उसमें भी करीब एक लाख लोगों की मौत हुई थी. इसके बाद साल 1920 के आस-पास स्पेनिश फ्लू से करोड़ों लोगों को मौत हो गई थी. इसके भी 100 साल बाद साल 2020 में कोरोना महामारी आई और पूरी दुनिया में लॉक डाउन लग गया. ऐसे में अब विश्व स्वास्थ्य संगठन की चेतावनी के बाद ये सवाल उठ रहा है कि क्या ये संयोग या मिथक कि महामारी हर 100 साल में आती है वो टूट जाएगा. वहीं क्या एक बार फिर से लोगों को लॉकडाउन का सामना करना पड़ सकता है.
जब कोई बीमारी अलग-अलग देशों में फैलती है तो वह पेंडेमिक यानी महामारी का रूप ले लेती है. WHO के मुताबिक किसी बीमारी को महामारी तब कहा जा सकता है जब वह दो शर्तों को पूरा करती हो. पहली- जब वो बीमारी दुनिया भर में एक देश से दूसरे देश में फैल जाए तब ये पेंडेमिक का लक्षण है और दूसरा- रोगी में उस रोग से संबंधित सभी लक्षण दिखने चाहिए.