आगरा। कोरोना वायरस संक्रमण अब सामान्य फ्लू बुखार के जैसे हो गया है। आगरा में कोरोना के 60 दिन में 498 नए मरीज मिले हैं। इन मरीजों में सामान्य फ्लू की तरह तेज बुखार, सर्दी जुकाम और खांसी के लक्षण मिले हैं। इन मरीजों को भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी।
मौसम बदलने पर फैलने वाले फ्लू में तेज बुखार के साथ सर्दी जुकाम और खांसी की समस्या रहती है। यह चार से सात दिन में ठीक हो जाता है। कोरोना की पहली और दूसरी लहर में तेज बुखार के साथ सांस लेने में परेशानी होने पर मरीजों को कोविड हास्पिटल में भर्ती करना पड़ा था। पहली और दूसरी लहर में कोरोना संक्रमित 450 मरीजों की मौत हुई।
सीएमओ डा. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना के मरीजों में सामान्य फ्लू की तरह लक्षण मिल रहे हैं। जिन लोगों ने वैक्सीन लगवा ली है, उन्हें बुखार भी एक दो दिन ही आ रहा है। ऐसे में मरीजों को कोविड हास्पिटल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ रही है।
एसएन मेडिकल कालेज के कोविड हास्पिटल में फरवरी के बाद कोई नया मरीज भर्ती नहीं हुआ है। करीब सात महीने से हास्पिटल खाली है। 60 दिनों में 515 कोरोना के नए केस मिले हैं, सभी का इलाज घर पर ही चला है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर जाकर दवाएं उपलब्ध कराई और फोन से संपर्क में रहे।
एसएन के माइक्रोबायोलाजी विभागाध्यक्ष डा. अंकुर गोयल ने बताया कि वैक्सीन लगने से कोरोना वायरस के खिलाफ लोगों के शरीर में एंटीबाडीज डेवलेप हो गई हैं। इसके साथ ही कोरोना वायरस के स्ट्रेन में भी बदलाव हुए हैं, इससे भी यह कमजोर हो गया है।
− अलग कमरे में आइसोलेट हो जाएं, जिससे स्वजनों के संक्रमित होने का खतरा न रहे।
− स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई दवाएं लें।
− दिन में दो से तीन बार भाप लें।
− घर पर बना हुआ पौष्टिक आहार लें और तरल पेय पदार्थों का सेवन अधिक करें।