नई दिल्ली. शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हमें निरंतर प्रयास करते रहने की आवश्यकता होती है। शरीर के बेहतर स्वास्थ्य का निर्माण करना एक सतत प्रक्रिया है, जिसके लिए सुबह से लेकर रात तक आपको प्रयास करते रहने की आवश्यकता होती है। हमारी दिनचर्या को बनाया ही इसी तरह से गया है, जो इसमें निरंतर हमारी मदद करती रहती हैं। हालांकि दिनचर्या में होने वाली गड़बड़ी आपके सेहत पर नकारात्मक असर डाल सकती है। सुबह उठने के साथ और रात में सोने तक, हम क्या करते हैं, क्या खाते हैं, किस तरह से दिन बिताते हैं, इन सबका सीधा असर हमारी सेहत को प्रभावित करता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक सुबह उठते ही दांतों की सफाई करना बहुत आवश्यक माना जाता है। रात भर में मुंह में कई तरह के बैक्टीरिया पनपते हैं जो दांतों और मसूड़ों को क्षति पहुंचा सकते हैं, ऐसे में इनकी नियमित साफ-सफाई करते रहना आवश्यक होता है। यही कारण है कि सभी लोगों को सुबह सबसे पहले दांत ब्रश करने की सलाह दी जाती है। हालांकि कुछ लोगों की बेड-टी और अन्य दूसरी कई आदतें होती है जिसके कारण वह ब्रश नहीं करते हैं। अगर आपकी भी ऐसी आदत है तो सावधान हो जाइए, इससे सेहत को होने वाले नुकसान के बारे में जान लीजिए।
बैक्टीरिया को कारण दांतों को नुकसान
जिन लोगों की सुबह ब्रश करने की आदत नहीं होती है, उनके मुंह में कई तरह के बैक्टीरिया पनपने का जोखिम होता है। दांतों की सफाई न करने से ये बैक्टीरिया मसूड़ों के साथ आपके दांतों के बीच में प्लाक बनाना शुरू कर देते हैं। इस स्थिति में सड़न, दांतों में दाग लगने, रक्तस्राव और मसूड़ों में सूजन की समस्या हो सकती है। प्लाक पर अगर ध्यान न दिया जाए तो ये दांतों को गंभीर नुकसान या कुछ स्थितियों में जड़ों को भी क्षति पहुंचा सकते हैं।
पीरियोडोन्टल रोग का खतरा
यदि आप अपने दांतों की अच्छे से रोजाना साफ-सफाई नहीं करते हैं तो इसके कारण कई तरह के रोग विकसित हो सकते हैं। पीरियोडोन्टल डिजीज ऐसी ही एक समस्या है। ये रोग दांत के जड़ों को कमजोर कर देती है जिससे दांत हिलने लगते है और उसे निकालने की जरूरत पड़ सकती है। मुंह की साफ-सफाई न करने से मसूड़ों में दर्द और सूजन की स्थिति होने का खतरा रहता है जो आपके लिए काफी समस्याकारक हो सकती है।
मनोरोगों का खतरा
दांतों की समस्याएं आपमें डेमेंशिया जैसे मनोरोगों के खतरे को भी बढ़ा सकती हैं। शोध इस बात की तरफ इशारा करते हैं कि जिन लोगों को डेमेंशिया होती है उनमें दांतों के क्षय से संबंधित समस्याओं का जोखिम अधिक हो सकता है। न्यूरोलॉजी और न्यूरोसाइंस रिपोर्ट्स में प्रकाशित एक शोध समीक्षा के अनुसार, वैज्ञानिकों ने पाया कि दांतों के क्षय के कारण डेमेंशिया रोग का खतरा बढ़ सकता है। दांतों के क्षय को रोकने के लिए निरंतर साफ-सफाई को लेकर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
पेट की दिक्कतें
यदि आपकी भी सुबह बिना ब्रश किए कुछ खाने या पीने की आदत है तो सावधान हो जाइए। बिना ब्रश किए कुछ भी खाने-पीने से रात भर मुंह में बने बैक्टीरिया और प्लाक पेट में जा सकते हैं जिसके कारण पेट से संबंधित समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। दांत रोग विशेषज्ञ कहते हैं, बिना मुंह-दांतों की अच्छे से साफ-सफाई के कुछ भी खाने-पीने, विशेषकर बेड टी की आदत आपके लिए बहुत नुकसानदायक हो सकती है।