मुजफ्फरनगर। अल्ट्रासाउंड कर लिंग पहचान करने के मामले में थाना सिविल लाइन पुलिस ने दीप्ति मैटरनिटी होम की संचालिका डा. दीप्ति अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। दो आरोपी गिरफ्तार कर पुलिस जेल भिजवा चुकी है। उनकी जमानत नहीं पाई है।
थाना सिविल लाइन प्रभारी बिजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी डाक्टर राजीव निगम ने अपनी टीम के साथ 23 जून 2021 को नगर की सरकुलर रोड पर दीप्ति नर्सिंग होम पर छापा मारा था। वहां भ्रूण पहचान का कार्य होना पाया गया था। इस प्रक्रिया में पीसीपीएनडीटी की रिवाड़ी (हरियाणा) की टीम भी शामिल रही थी। छापे के दौरान अल्ट्रासाउंड मशीन, कैमरा, डीवीआर, हार्ड डिस्क व धनराशि सील की गई थी।
मामले में डॉ. राजीव निगम की तहरीर पर नर्सिंग होम संचालिका डा. दीप्ति अग्रवाल व कर्मचारी बाला, अमिता व लवी के खिलाफ पीसीपीएनडीटी एक्ट (लिंग चयन प्रतिषेध अधिनियम) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। मुकदमे की विवेचना कर रहे उपनिरीक्षक ने बताया कि आरोपी बाला को 12 मार्च व लवी को सात जनवरी को गिरफ्तार कर जेल भिजवाया जा चुका है।
आरोपी फरार महिला डाक्टर व अमिता की कोर्ट से संपत्ति कुर्क करने की उद्घोषणा के नोटिस प्राप्त कर लिए गए थे। इन नोटिस को चस्पा करने के लिए पुलिस महिला डाक्टर के सरकुलर रोड स्थित आवास नर्सिंग होम पर पहुंची तो डाक्टर वहां पर मौजूद मिली। पुलिस ने आरोपी महिला डाक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया। एक आरोपी अभी फरार है।