मुजफ्फरनगर. चुनाव के माहौल में शराब की बिक्री भी खूब बढ़ी। इस बार एक ही माह में जनपद निवासी शौकीन तीस करोड़ की शराब पी गए। चुनावी माहौल में दो करोड़ से ज्यादा की शराब अधिक बिकी है। माना जा रहा है कि अवैध शराब बरामदगी कर माफियाओं पर पुलिस द्वारा शिकंजा कसने से भी शराब की बिक्री पर प्रभाव पड़ा है।

बोतल की जगह पव्वे व अध्धे बिके

9 जनवरी से जिले में 10 फरवरी तक चुुनावी माहौल था, तो इस दौरान बोतल के बजाए लोगों ने पव्वे व अध्धे खूब खरीदे। पव्वों व अध्धों की ज्यादा बिक्री ने आबकारी विभाग को मोटा राजस्व मिला है।

वर्ष-2020-21, 8 जनवरी से 10 फरवरी तक-

  • देशी शराब-728048.55 लीटर
  • अंग्रेजी शराब-173066.00 लीटर
  • बीयर-108236.00 लीटर

वर्ष-2021-22, 8 जनवरी से 10 फरवरी तक-

  • देशी शराब-742820.00 लीटर
  • अंग्रेजी शराब-181709.99 लीटर
  • बीयर-129815.00 लीटर

आबकारी विभाग की कार्रवाई

बताया गया, विभागीय टीम ने 643 स्थानों पर चुनावी माहौल के दौरान छापे मारे। शराब तस्करी में दो वाहन बरामद कर 125 मुकदमे दर्ज किए। 9311 लीटर अवैध शराब व 14 हजार लीटर लहन बरामद किया। 28 आरोपियों को गिरफ्तार किया।

पुलिस की कार्रवाई

19 शराब की भट्टी पकड़ी। 17,135 लीटर अवैध शराब व लहन- 8748 लीटर लहन बरामद कर 374 आरोपी पकड़े।

खूब बिकी बीयर

फरवरी माह में जिले में बीयर की बोतलों की जमकर बिक्री हुई है। बताया गया, कि पिछले सत्र में बीयर की बोतल 130 रुपये की थी। इस सत्र में 110 रुपये की है। यहीं वजह रही, कि लोगों ने चुनावी माहौल में देशी व अंग्रेजी शराब के मुकाबले बीयर को तरजीह दी है।

ठेकों पर चलती थी पर्ची

सूत्र बताते है कि फरवरी पूरे माह में शराब के ठेकों पर पर्ची का चलन रहा। चुनावी पर्ची शराब ठेकों पर पहुंचते ही अध्धा व पव्वा दे दिया जाता था।

इन्होंने कहा

चुनावी माहौल 9 जनवरी से शुरू होकर 10 फरवरी तक दो करोड़ की ज्यादा शराब बिकी है। आबकारी विभाग के राजस्व में बढ़ोत्तरी हुई है-राजेश कुमार, आबकारी निरीक्षक।