मुजफ्फरनगर. जनपद में निजी नलकूपों पर मीटर लगाना पावर कारपोरेशन के लिए टेढ़ी खीर से कम नहीं है। किसानों के विरोध के चलते नलकूप पर मीटर लगाने के कार्य पर फिलहाल ब्रेक लग गया है। किसानों की नाराजगी के कारण विभागीय अधिकारी और कर्मचारी नलकूपों पर मीटर नहीं लगा पा रहे हैं। जनपद में 19910 से अधिक निजी नलकूप हैं। इनमें से पावर कारपोरेशन भारी विरोध के बीच मात्र 510 नलकूपों पर ही मीटर लगा पाया है। कुछ किसानों ने विरोध करते हुए अपने नलकूप से मीटर भी उखाड़ दिया है।
शासन ने पावर कारपोरेशन को सभी नलकूपों पर मीटर लगाने के आदेश दिए हुए है। हालांकि नलकूपों पर मीटर लगाने को लेकर किसान जमकर विरोध कर रहे हैं। नलकूप के कनेक्शन पर अब तक मोटर की हॉर्सपावर के हिसाब से बिल लिया जाता था। लेकिन अब मीटर के हिसाब से बिल वसूलने की तैयार है। जनपद में 19 हजार 910 से अधिक निजी नलकूप है। पावर कारपोरेशन को इन नलकूपों पर मीटर लगाना है। भारी विरोध के बीच पावर कारपोरेशन अभी तक मात्र 510 नलकूपों पर ही मीटर लगा पाया है। किसानों में मीटर लगाने को लेकर रोष बना हुआ है।
किसानों का असंतोष भुनाने के लिए भारतीय किसान यूनियन भी सक्रिय हो गई है। भाकियू की मुख्य मांगों में नलकूप पर मीटर नहीं लगाने की मांग भी शामिल है। किसानों का कहना है कि मीटर लगने पर अधिक बिजली बिल आएगा। कुछ किसानों ने विरोध करते हुए अपने नलकूप से मीटर उखाड़कर बिजलीघर पर सौंप दिए है। ऐसे में पावर कारपोरेशन के सामने नलकूप पर मीटर लगाना कड़ी चुनौती बना हुआ है।