
रुड़की। नवरात्र के चलते बाजार में कुट्टू के आटे की मांग बढ गई है। इसका फायदा मिलावटखोर भी जमकर उठा रहे हैं। अग आप भी कुट्टु का आटा इस्तेमाल कर रहे हैं तो यह खबर जरूर पढ लीजिए। उत्तराखंड के रुड़की और आसपास के क्षेत्रों में कुट्टु का आटा खाने से शनिवार देर रात 40 से ज्यादा लोगों की तबीयत बिगड़ गई। आनन-फानन में रात करीब एक बजे सभी अस्पताल पहुंचे।
शहर के कई अस्पतालों में भर्ती मरीज रुड़की के ढंडेरा और भगवानपुर क्षेत्र के हैं। इनमें 20 से ज्यादा महिलाएं हैं। जांच के बाद कई लोगों को सुबह अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। वहीं, 20 से अधिक लोग अभी भी भर्ती हैं जिनकी हालत स्थिर बनी हुई है। अस्पताल में भर्ती लोगों ने इलाज में हीलाहवाली का आरोप लगाते हुए हंगामा भी किया। सूचना मिलने के बाद प्रशासन मामले की जांच में जुट गया है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल ने अस्पताल पहुंचकर मामले की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में भर्ती लोगों ने कहां से इस आटे को खरीदा था इसकी पूछताछ की जा रही है। जानकारी जुटाने के बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी।
रुड़की व आसपास के कुछ मिलावटखोर त्योहारी सीजन को भुनाने में जुट गए हैं। इसके लिए कुछ लोगों द्वारा वेस्ट यूपी के जिलों के लोगों से संपर्क साधा जा रहा है ताकि त्योहारी सीजन में मिलावटी मावा व रसगुल्ला आदि मंगाकर चांदी कूटी जा सके। वहीं दूसरी ओर खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा भी जल्द ही मिलावटीखोरी के खिलाफ अभियान चलाए जाने की तैयारी की जा रही है। पुरकाजी, बिजनौर और सहारनपुर से प्रदेश में आने वाले मिलावटी मावे व मिठाई को लेकर अक्सर मामले सामने आते रहते हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग भी इस तरह के कई बार सैंपल लेकर जांच को भेज चुका है, जो जांच में फेल हुए हैं। इससे ज्ञात होता है कि समय-समय पर वेस्ट यूपी से मावा, दूध व रसगुल्ला आता रहता है। बताया जा रहा है कि त्योहारी सीजन जल्द ही शुरू होने वाला है।
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