सीतापुर. यूपी के सीतापुर में जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर एक ऐसा गांव जहां पर आजादी के बाद भी बिजली की रोशनी नहीं पहुंच सकी. बचपन से बिजली के बल्ब की रोशनी का इंतजार कर रहे ग्रामीणों की जवानी में ढल चुकी है. इसके बावजूद गांव के लोग विद्युतीकरण की राह ताक रहे हैं. बिजली की समस्या को लेकर गांव के लोग अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक की गुहार लगाकर थक चुके हैं. लेकिन बिजली के नाम पर उन्हें अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है.

बिसवां तहसील क्षेत्र के भदेशियाग्राम पंचायत भगवंतापुर गांव में विद्युतीकरण कराए जाने को लेकर ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं. सितंबर माह 2021 में 1 सप्ताह तक धरना प्रदर्शन चला था. ग्रामीणों की समस्या सुनने पहुंचे तत्कालीन एसडीएम अनुपम मिश्रा ने लिखित आश्वासन देकर बताया था कि 20 अक्टूबर 2021 से विद्युतीकरण कार्य शुरू हो जाएगा. लेकिन अभी तक कोई भी विद्युतीकरण का कार्य नहीं शुरू हुआ है.

ग्रामीणों का कहना है हमारे पूर्वज भी गुजर चुके हैं और हम भी मरने की कगार पर है. लेकिन अभी तक गांव में बिजली नहीं पहुंची और हमारे गांव में कोई भी मेहमान आना पसंद नहीं करता है. खेत खलियान सूखे पड़े हुए हैं बच्चों की पढ़ाई सिर्फ दिन में हो पाती है रात में पढ़ाई नहीं कर पाते हैं और हमारे गांव में कोई भी सरकारी योजनाएं का लाभ नहीं मिल पाता. मोबाइल की चार्जिंग भी करनी पड़ती है तो अपने गांव से 4 किलोमीटर दूरी पर जा करके मोबाइल चार्ज करते हैं प्रति मोबाइल 20 रूपए चार्जिंग के देने भी पड़ते हैं.