नई दिल्ली. किडनी शरीर का बहुत महत्वपूर्ण अंग है. ये पसली के नीचे और पेट के उपरी भाग में स्थित होती हैं. किडनी अगर कुछ दिनों के लिए भी पूरी तरह से काम करने बंद कर दें तो हमारे शरीर में जहर बनने लगेगा और हम एक मिनट में जिंदा नहीं रहेंगे. दरअसल, किडनी शरीर से खराब तरल पदार्थों को छानकर बाहर निकालती है. इस खराब तरल पदार्थ से शरीर में टॉक्सिन बन सकता है. किडनी इसे बाहर निकाल देती है. इसके साथ ही ये हार्मोन को बनाने में मदद करती हैं और इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित करती हैं. सीधे शब्दों में कहें तो किडनी खून को साफ करती है और उससे जहर को बाहर निकालती है. यानी किडनी शरीर की गंदगी को यूरिन के रास्ते बाहर निकाल देती है.

किडनी की भूमिका को देखते हुए किडनी की सफाई या डिटॉक्सिफिकेशन होना बहुत जरूरी है. इससे किडनी हेल्दी बनी रहती हैं. अगर शरीर हेल्दी हो और पर्याप्त पानी और आवश्यक पोषक तत्वों की प्राप्ति होती रहे तो किडनी अपने आप साफ-सफाई कर लेती हैं लेकिन अगर आवश्यक पोषक तत्वों की कमी होने लगे तो किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है जिसके कारण कई बीमारियां के होने का खतरा बढ़ जाता है. तो आइए जानते हैं किडनी की साफ-सफाई कैसे की जाए.

पहले यह समझना जरूरी है कि किडनी हेल्दी है या नहीं. हालांकि इसका सीधा असर जल्दी महसूस नहीं होता लेकिन कुछ शुरुआती लक्षणों के आधार पर यह समझा जा सकता है कि किडनी हेल्दी नहीं है और तब इससे बीमारी का खतरा है. अगर हमेशा थकान हो, नींद सही से न आए, बार-बार पेशाब लगे, पेशाब में खून आए, पेशाब के दौरान जलन या दर्द हो, स्किन ड्राई होने लगे, पैर, टखने और आसपास में सूजन आने लगे, पेट में दर्द हो तो समझना चाहिए कि किडनी हेल्दी नहीं है.

पर्याप्त पानी पीएं-हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक मानव शरीर का 60 प्रतिशत हिस्सा पानी ही है. दिमाग से लेकर लिवर तक को अपने काम करने के लिए पानी की जरूरत होती है. पर्याप्त पानी पीने से किडनी वेस्ट तरल पदार्थों को छानकर बाहर निकाल देती हैं. अगर पानी कम पीएंगे तो कम यूरिन निकलेगा. कम यूरिन निकलने का मतलब है किडनी में खराबी और किडनी स्टोन का जमावड़ा.

अंगूर-अंगूर, मूंगफली, जामून, स्ट्राबेरी जैसे फल से किडनी में किसी भी तरह की सूजन को खत्म करने की क्षमता होती है. ये फल पोलीसिस्टिक किडनी डिजीज से बचाते हैं.

लेमन-ऑरेंज जूस-लेमन, ऑरेंज, तरबूज आदि के जूस में साइट्रिक एसिड होता है. साइट्रिक एसिड किडनी में स्टोन बनने से रोकता है. यह कैल्शियम क्रिस्टल के विकास को रोकता है. कैल्शियम क्रिस्टल के कारण गुर्दे की पथरी हो सकती है.
बादाम मिल्क-बहुत से लोगों का मानना है कि कैल्शियम वाली चीजों का खाने से किडनी में स्टोन होगा जबकि यह बात पूरी तरह गलत है. बहुत अधिक यूरिन ऑक्सेलेट से गुर्दे की पथरी हो सकती है. ऑक्सेलेट को रोकने के लिए कैल्शियम की जरूरत होती है. इसलिए कैल्शियम से समृद्ध चीजों को खाने से किडनी मजबूत होती है. सोया और अलमंड मिल्क इसमें फायदेमंद है.

विटामिन बी-6 और ओमेगा 3 एस-विटामिन बी 6 मेटाबोलिक रिएक्शन के लिए कोफैक्टर का काम करता है. इसके अलावा ओमेगा 3 एस किडनी की सूजन कम करने का काम करता है. इसलिए फिश, पालक, हरी पत्तीदार सब्जियों का सेवन ज्यादा करना चाहिए. इसके अलावा गोभी, अंडा प्याज भी किडनी क्लिंजर का काम करती है.