मुजफ्फरनगर. लम्पी स्किन बीमारी ने जानसठ क्षेत्र में अपने पैर पसार लिए हैं। क्षेत्र के अधिकांश गांवों में लम्पी स्किन बीमारी के चलते अधिकांश गोवंश बीमार हैं। पशु चिकित्सालय से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित तालड़ा गांव में तीन गोवंशों की मौत होने से हड़कंप मच गया है। गांव के अधिकांश गोवंश बीमारी से ग्रस्त हैं। पशु चिकित्सक देवेंद्र पाल अपनी टीम के साथ गांव में डेरा डाले हुए हैं। जबकि पशु चिकित्सक का कहना है कि गोवंश के मरने की उन्हें कोई सूचना नहीं है।
जानसठ क्षेत्र के गांवों में लम्पी स्किन बीमारी ने ग्रामीणों के गोवंश पशुओं को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। क्षेत्र के गांव तावड़ा, सलारपुर, जटवाड़ा, कव्वाल, काटका, दाह खेड़ी, नगला, मंदोड, चित्तौड़ा, अहमदगढ़, मकसूदाबाद, खेड़ा, सादपुर,अहरोड़ा, वाजिदपुर कव्वाली आदि गांव में गोवंश पशुओं में लम्पी बीमारी बहुत बुरी तरह से फैल गई है। उक्त बीमारी को लेकर पशुपालकों में अपने पशुओं की सुरक्षा को लेकर भय का माहौल बना हुआ है।
गोवंश में भयंकर तरीके से फैली इस बीमारी को लेकर तरह-तरह की अफवाहें ग्रामीणों में फैल रही हैं, जिसको लेकर पशुपालकों में दहशत का माहौल बना हुआ है। अकेले तालड़ा गांव कि यदि बात की जाए तो दयाराम, दीपू, बबलू, राम चरण, निरमेश, हुस्नो, सुरेश, दिनेश, नरेश, विनोद आदि ग्रामीणों के पशु उक्त बीमारी से ग्रसित हैं जिनका उपचार प्राइवेट चिकित्सकों द्वारा कराया जा रहा है। पशु चिकित्सक डॉक्टर देवेंद्र पाल ने ग्रामीणों से कहा कि मात्र एक किलोमीटर की दूरी पर पशु चिकित्सालय है फिर आप प्राइवेट चिकित्सकों का इलाज क्यों कराते हो आपको सूचना देनी चाहिए हम लोग उपचार के लिए तत्पर हैं।
जानसठ के निकटवर्ती गांव तालड़ा में लम्पी स्किन बीमारी से तीन गोवंश पशुओं की मौत होने से गांव के पशुपालकों में हड़कंप मच गया। गांव के किसान अरविंद के घर दो दिन पूर्व गाय की मौत हो गई। राजेंद्र किसान के बैल की मौत हो गई। वहीं सुरेश की गाय की भी मौत हो गई। जबकि गांव में तो आधा दर्जन पशुओं की मौत की अफवाह फैली हुई हैं। जब गांव में जानकारी की तो पता चला कि तीन गोवंश की मौत हो गई है। दो दर्जन से अधिक गोवंश पशु इस बीमारी की चपेट में आए हुए हैं। पशु चिकित्सक देवेंद्र पाल का कहना है कि तालड़ा गांव में लम्पी बीमारी के चलते काफी संख्या में गोवंश बीमार हैं जिनमें कुछ पशुओं में रिकवरी भी हो रही है। कुछ पशुओं की मौत की बात ग्रामीण कह रहे हैं परंतु हमें कोई सूचना नहीं दी गई।
उधर, ककरौली क्षेत्र में भी लम्पी बीमारी ने दस्तक दे दी है, जिससे पशुपालकों में दहशत व्याप्त हो गई है। गांव जड़वड़ में चार पशुओं के बीमारी होने पर चिकित्सकों ने उपचार शुरू कर दिया है।
ककरौली क्षेत्र के गांव जड़वड़ में किसान जगपाल, डॉ. प्रमोद, राजीव, धनसिंह आदि किसानों के गाय और बैल के शरीर पर गांठें दिखाई दी, जिससे किसान आशंकित हो गए। किसानों द्वारा पशु चिकित्सकों को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे पशु चिकित्सक डॉ. कुलदीप सिंह, डॉ. ललित व सोनू कुमार, फार्मेसिस्ट प्रमोद कुमार ने पशुओं का उपचार शुरू किया। चिकित्सकों ने बताया कि यह लम्पी बीमारी के लक्षण है। संक्रामक बीमारी से बचने के लिए पशुओं की विशेष देखभाल करें।