मेरठ। लखीमपुर खीरी कांड के विरोध में और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी को लेकर आज देशभर के किसान छह घंटे तक रेलें रोकीं। पश्चिमी यूपी के सभी जिलों में किसानों ने रेलवे ट्रेक कब्जाए रखे। प्रत्येक रेलवे स्ट्रेशन पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई। जगह-जगह पुलिस किसानों को समझाने का प्रयास करती रही लेकिन किसान रेलवे ट्रेक पर ही दरी बिछाकर लेटे रहे और धरना दिया। वेस्ट यूपी में दर्जन भर ट्रेनों को रोक दिया गया। इस कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता प्लेटफार्म पर बैठे रहे और नारेबाजी करते रहे। 

में मंसूरपुर रेलवे स्टेशन पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं द्वारा रेल रोकी गई। मंसूरपुर रेलवे स्टेशन पर अमृतसर-दिल्ली एक्सप्रेस खड़ी रही। शामली रेलवे स्टेशन पर भारी फोर्स तैनात रही। गिनती के किसान नेता स्टेशन पहुंचे, जिन्हें पुलिस ने बाहर ही रोक दिया। रेलवे फाटक पर भी पुलिस तैनात रही। हालांकि मानकपुर रेलवे स्टेशन व कांधला रेलवे स्टेशन पर किसान नेता धरना देने पहुंचे। बिजनौर में सिद्धबली एक्सप्रेस कई घंटों तक खड़ी रही। इस कारण यात्री परेशान नजर आए। वहीं कई अन्य ट्रेनें भी प्रभावित हुईं ।

लखीमपुर खीरी कांड को लेकर किसानों ने मेरठ जनपद में तीन जगह रेलवे ट्रैक पर कब्जा कर धरना दिया। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर पूरे देश में किसान रेल रोको अभियान में लगे। यहां रेल रोको अभियान सुबह 10 बजे से शुरू हुआ, जबकि 3.55 पर रेल यातायात सुचारू हो गया है।

मेरठ जनपद में कंकरखेड़ा फ्लाईओवर के नीचे, सकौती रेलवे स्टेशन और परतापुर रेलवे स्टेशन पर किसानों ने ट्रैक कब्जा रखा। किसानों के आंदोलन के चलते दिल्ली-सहारनपुर रेलवे रूट की आने वाली सभी ट्रेन पीछे ही रोक दी गई थीं।

फरीदाबाद से वाया दिल्ली, मेरठ आने वाली उत्कल एक्सप्रेस, फ्रंटियर एक्सप्रेस फरीदाबाद स्टेशन पर खड़ी रही। रेल यातायात बाधित होने के चलते यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। अपने गंतव्य तक जाने के लिए रेल यात्रियों को रोडवेज बसों का सहारा लेना पड़ा।

मुजफ्फरनगर में खतौली रेलवे स्टेशन पर पुलिस अधीक्षक नगर अर्पित विजयवर्गीय, क्षेत्राधिकारी खतौली आरके सिंह, थाना प्रभारी खतौली धर्मेंद्र कुमार भारी पुलिस फोर्स के साथ रेलवे स्टेशन पर ही मौजूद रहे। उधर मंसूरपुर रेलवे स्टेशन पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता स्टेशन पर धरना देकर बैठे और जमकर नारेबाजी की।

शामली में भी मानपुर फाटक के पास रेलवे ट्रैक पर भाकियू नेताओं ने दरी बिछाकर रेलवे ट्रैक पर कब्जा जमाए रखा। शामली के कांधला स्टेशन पर भाकियू कार्यकर्ता नहीं पहुंचे, हालांकि पुलिस फोर्स तैनात रहा।

बिजनौर में किसानों के रेल रोको आंदोलन के चलते मौअज्जमपुर नारायण रेलवे स्टेशन पर किसानों ने चार बजे तक धरना दिया। किसानों के स्टेशन पर डटे रहने तक मौअज्जमपुर नारायण स्टेशन पर कोई ट्रेन नहीं पहुंची। रेलवे कंट्रोल रुम ने ट्रेनों को पहले ही पिछले स्टेशनों पर रोक दिया था। दिल्ली से कोटद्वार जाने वाली सिद्धबली एक्सप्रेस को बिजनौर स्टेशन पर चार घंटे बीस मिनट तक रोक कर रखा गया।

वहीं लखनऊ से चंडीगढ़ जा रही एक्सप्रेस ट्रेन को पहले एक घंटा बिजनौर और फिर किरतपुर में रोका गया था। इनके अलावा एक ट्रेन नगीना रेलवे स्टेशन और नजीबाबाद स्टेशन पर भी ट्रेन खड़ी रही। ट्रेनों को सुरक्षित निकालने के लिहाज से सभी स्टेशनों पर पुलिस मुस्तैद रही। हालांकि झालू हाल्ट पर गजरौला पैसेंजर के ट्रेन के सामने तीन भाकियू कार्यकर्ताओं ने फोटो जरुर खिंच लिए और ट्रेन रोकने का मैसेज वायरल किया। उक्त ट्रेन के ड्राइवर ने कोई मीमो या सूचना कंट्रोल को नहीं दी।

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों द्वारा रेल रोको आंदोलन को देखते हुए विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया।

बागपत में कृषि कानूनों के विरोध व केंद्रीय मंत्री को बर्खास्त करने की मांग को लेकर भाकियू नेताओं व किसानों ने सोमवार को रेलवे स्टेशनों पर पहुंचकर प्रदर्शन किया। अग्रवाल मंडी टटीरी में बागपत रोड रेलवे स्टेशन पर भाकियू नेताओं ने प्रदर्शन करने के बाद एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। बड़ौत रेलवे स्टेशन पर भी किसान नेताओं ने प्रदर्शन किया तो कासिमपुर खेड़ी स्टेशन पर रेलवे ट्रैक पर किसानों ने ट्रैक्टर खड़ा कर दिया और वहां प्रदर्शन किया। यहां साढ़े दस बजे से चार बजे तक एक भी ट्रेन नहीं है।
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