मुजफ्फरनगर । भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक ने शहर के विभिन्न  से गन्ना तिरंगा मार्च निकाला। ढोल नगाड़ों के साथ शहर के मुख्य चौराहों और मार्गों से होते हुए वापस कलेक्ट्रेट पहुंचकर गन्ने की होली जलाई। किसानों ने कहा कि सरकार ने किसानों को इतना मजबूर कर दिया है।

भाकियू अराजनैतिक ने धरने के 14वें दिन सोमवार को कलेक्ट्रेट से गन्ना-तिरंगा मार्च निकाला। यह प्रकाश चौक, महावीर चौक, आर्य समाज रोड, मीनाक्षी चौक, शिव चौक, झांसी रानी चौक, कोर्ट रोड से होते हुए वापस कलेक्ट्रेट में समाप्त हुआ। यहां किसानों ने गन्ने की होली जलाकर अपना आक्रोश जताया।

राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि शायद सरकार तक किसानों की बात नहीं पहुंच पा रही है। सरकार को संदेश देने के लिए मार्च निकाला गया। दो सालों से गन्ना मूल्य नहीं बढ़ा है। गन्ने के दाम 450 रुपये प्रति क्विंटल होना चाहिए। अभी भी अगर गन्ना मूल्य घोषित नहीं किया जाता है तो 17 जनवरी को प्रदेश के हर जिले में प्रदर्शन किया जाएगा।

राष्ट्रीय संगठन मंत्री चौधरी उधम सिंह ने कहा कि सरकार को किसानों की इतनी परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। मंडल अध्यक्ष नीरज पहलवान ने कहा कि सरकार गूंगी बहरी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि अगर किसानों के लिए संगठन पीछे नहीं हटेगा। गन्ना तिरंगा मार्च के साथ क्रांति का आगाज हो चुका है, अब वह चुप नहीं बैठेंगे।
इस मौके पर प्रदेश सचिव मुर्तजा बालियान, युवा जिलाध्यक्ष अक्षय त्यागी, मोरना ब्लॉक अध्यक्ष अंकित जावला, बिजेंद्र बालियान, धर्मेंद्र, सोनू, विपिन त्यागी, शाहनजर, वसीम खान, मासूम त्यागी मौजूद रहें।