
नई दिल्ली. किसान को फसल उगाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। दिन-रात, धूप हो या बरसात, किसान अपने खेत में मेहनत करता है और तब जाकर कहीं फसल उग पाती है। इस दौरान किसान को आर्थिक समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है, क्योंकि हर किसान आर्थिक रूप से मजबूत नहीं होता है। इसलिए ऐसे जरूरतमंद किसानों की मदद के लिए केंद्र सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना चला रही है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को सालाना 6 हजार रुपये दिए जाते हैं, और इस पैसे को हर चार महीने में 2-2 हजार रुपये की किस्त में दिया जाता है। इन सबके बीच योजना से जुड़े लाभार्थियों को कुछ बातों का ध्यान रखना होता है। वरना आपको किस्त मिलने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। तो चलिए जानते हैं इस बारे में। आप अगली स्लाइड्स में इसके बारे में जान सकते हैं…
सरकारी और गैर-सरकारी कामों के लिए आधार की जरूरत पड़ती है। ठीक ऐसे ही पीएम किसान योजना में भी आधार कार्ड की आवश्यकता होती है। योजना का लाभ लेने के लिए आपको आधार कार्ड का नंबर भरना होता है। ऐसे में चेक कर लें कि आधार नंबर सही भरा है क्योंकि इसके गलत होने पर आप किस्त के लाभ से वंचित रह सकते हैं।
आपने अगर पीएम किसान सम्मान निधि योजना में आवेदन किया है, तो आपने आवेदन फॉर्म में अपना नाम तो भरा ही होगा। यहां ध्यान दें कि फॉर्म में आवेदकनकर्ता का नाम अंग्रेजी में ही भरना होता है, न कि हिंदी में। अगर आपने नाम हिंदी में भरा है, तो इसे ठीक करवा लें।
अगर आप पीएम किसान योजना के लाभार्थी हैं, तो आपके लिए जरूरी है कि आप ई-केवाईसी करवा लें। अगर आपने ये नहीं करवाई है, तो आप अपने नजदीकी सीएससी सेंटर जाकर या घर बैठे आधिकारिक पीएम किसान पोर्टल pmkisan.gov.in से ई-केवाईसी कर सकते हैं। अगर आप ये नहीं करवाते हैं, तो आप किस्त से वंचित रह सकते हैं।
योजना से जुड़े किसानों के लिए भू-सत्यापन करवाना अनिवार्य है। अगर आपने अब तक इस काम को नहीं करवाया है, तो तुरंत करवा लें। वरना आपकी किस्त अटक सकती है। आप अपने नजदीकी कृषि कार्यालय में जाकर इस काम को करवा सकते हैं।
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