मुजफ्फरनगर।  जनपद के चरथावल के साधारण किसान परिवार के बेटे शिवांश त्यागी ने दृढ़ इच्छा शक्ति और एकाग्रता से पहले प्रयास में ही यूपीएससी (यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन) में कामयाबी हासिल की है। शिवांश को 437वीं रैंक मिली थी।

कस्बे के मोहल्ला बाजार खुर्द निवासी रमणीक गौतम उर्फ शिवांश त्यागी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से एलएलबी की पढ़ाई भी की। पिता नीरज किसान और माता रश्मि शिक्षिका है। बड़ी बहन आयुषि एमसीए करने के बाद गुरुग्राम में एक एमएनसी कंपनी में जॉब कर रही हैं।

 शिवांश के कॅरिअर की कहानी दिलचस्प है। एमजी पब्लिक स्कूल से हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा पास की। एसडी कॉलेज से बीएससी परीक्षा में 61 प्रतिशत अंकों से सफल हुए थे। उसके बाद एयरफोर्स की परीक्षा पास तो कर ली, लेकिन मेडिकल में अनफिट हो गए। इसके बाद मन में विचार आया कि यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी की जाए।
उनका कहना है कि हर युवा कॅरिअर में बुलंदी पाने के लिए सहज होकर तैयारी करें। जिंदगी को बोझिल नहीं होने दें। ग्रामीण अंचलों से रोजाना बड़े शहरों में जाकर पढ़ना लड़कियों के लिए चुनौती है। वह चार साल रोज प्राइवेट बसों की भीड़ में सफर कर पढ़ने मुजफ्फरनगर जाते थे, लेकिन कभी हार नहीं मानी।