मुजफ्फरनगर। कानपुर देहात के मंगलपुर थाने में तैनात मुजफ्फरनगर निवासी एक महिला सिपाही ने अपने किराए के कमरे में डुपट्टे के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रविवार सुबह साथ में रह रही महिला सिपाही ने उसके शव को फांसी पर लटका देखा तो वह बदहवास हो गई। उसने शोर मचाकर मकान मालकिन को बुलाया और कोतवाली पुलिस को सूचना दी। सूचना पर एसपी व एएसपी ने भी पहुंच कर घटनास्थल का निरीक्षण किया है, वही फारेंसिक टीम ने साक्ष्य संकलित किए हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मुजफ्फरनगर के शाहपहुर थाना क्षेत्र के गांव सौरम निवासी 2019 बैच की महिला कास्टेबल 23 वर्षीय साक्षी बालियान वर्तमान में कानपुर देहात के थाना मंगलपुर में तैनात थी। जानकारी के अनुसार वह अपनी साथी महिला कांस्टेबल के साथ थाने से चंद कदमों की दूरी पर ही स्थित एक मकान में किराये के कमरे में रह रही थी। साथी कांस्टेबल सलोनी के मुताबिक रात करीब 11 बजे दोनों ने खाना खाया। इसके बाद साक्षी फोन पर बात करने लगी। थोड़ी देर में दोनों अपने कमरे में सोने चली गयी। जब सुबह वह जागी तो देखा कि साक्षी का शव लोहे के जंगले में दुपट्टे से लटका हुआ था। यह देख घटना की जानकारी थाने में दी गई। मौके पर पुलिस व फारेंसिक टीम पहुंच गई।

पुलिस का कहना है कि अभी तक की जांच में मामला आत्महत्या का लग रहा है। मौके से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। वहीं, पुलिस ने साक्षी के परिजनों को घटना के बारे में जानकारी दी। पूछताछ में साथ में रहने वाली दूसरी महिला आरक्षी ने पुलिस को बताया है कि देर रात 11.00 बजे के बाद साक्षी फोन पर किसी से बात कर रही थी और बात करते हुए दूसरे कमरे में चली गई थी। सुबह सो कर उठी तो उसने साक्षी के शव को खिड़की के सहारे लटका हुआ पाया। कानपुर देहात के एसपी केशव कुमार चौधरी ने बताया कि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा है जिसकी रिपोर्ट आने पर मृत्यु का कारण स्पष्ट हो सकेगा। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है जिसके कारणों की पड़ताल की जा रही है। महिला आरक्षी के परिजनों को भी सूचित कर दिया गया है।

थाना प्रभारी मंगलपुर ने बताया कि कुछ समय पहले ही साक्षी की पोस्टिंग मंगलपुर में हुई थी। साक्षी और सलोनी दोनों आरक्षी एक साथ कस्बा में किराए के कमरे पर रहते थे। सलोनी ने बताया कि रात 11 बजे तक सब कुछ ठीक था जिसके बाद सलोनी अपने कमरे में सोने के लिए चली गई और जब सुबह उठकर बाहर आई तो साक्षी का शव खिड़की से लटका हुआ था। साक्षी का शव डुपट्टे के सहारे लटका हुआ था और उसके पैर जमीन पर लटक रहे थे। ऐसे में मामला संदिग्ध होने के चलते हैं जांच के लिए फारेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया। टीम ने मामले की जांच की। इसके बाद शव को नीचे उतरवा कर कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं पुलिस ने मौके से मिले महिला सिपाही के फोन को कब्जे में ले लिया। महिला की काल डिटेल जल्द निकाली जाएगी। इसके बाद ही इस घटना का खुलासा होगा। साथ ही पुलिस मृतका के साथ रहने वाली महिला आरक्षी से भी पूछताछ कर रही है।

सौरम निवासी महिला सिपाही साक्षी बालियान द्वारा आत्महत्या करने से पहले अपने परिजनों को मोबाइल पर सुसाइड संदेश भेजा गया था। पुलिस इस संदेश का परीक्षण कर रही है। कानपुर देहात के एएसपी घनश्याम ने नयन जागृति संवाददाता को बताया कि साक्षी बालियान 2019 बैच की सिपाही है और ट्रेनिंग के उपरांत साक्षी की पहली पोस्टिंग कानपुर देहात जनपद के मंगलपुर थाने में ही हुई थी। वह यहां पर दिसम्बर 2019 से तैनात है और किराये के मकान में रह रही थी। शनिवार को साक्षी की दूसरे थाना क्षेत्र में ड्यूटी लगाई गयी थी। वह ड्यूटी के बाद कमरे पर आई और अपनी साथी सिपाही सलोनी के साथ खाना खाया। सलोनी ने पूछताछ में बताया कि जब वह सोने के लिए जाने लगी तो साक्षी ने कहा कि वह पहले फिल्म देखेगी और फिर सोने जायेगी। सलोनी उसको छोड़कर सोने चली गयी। एएसपी ने बताया कि साक्षी के मोबाइल फोन की जांच कराई गयी है। उसने देर रात अपने माता पिता और भाई को एक मैसेज किया है, जिसमें लिखा है कि वह अपने जीवन से खुश नहीं है और जीवन जीने की इच्छा नहीं है, इसलिए वह अंतिम यात्रा पर जा रहा है और उसके लिए कोई भी परेशान मत होना। उन्होंने कहा कि जांच में यह पाया गया है कि साक्षी ने आत्महत्या ही की है। इस संदेश का भी एक्सपर्ट से परीक्षण कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि साक्षी बालियान अविवाहित थी और उसके बड़े भाई की शादी की तैयारी परिवार में चल रही थी। उसके परिजनों को सूचित कर दिया गया है।