मुजफ्फरनगर। जिले में बनाए गए होटलों में लाखों रुपये के आग बुझाने के उपकरण तो लगाए गए हैं, लेकिन फायर अलार्म नहीं लगाया गया। लखनऊ में हुए हादसे के बाद चेकिंग में तीन होटल तो ऐसे भी पाए गए हैं, जहां बचाव के लिए कोई उपकरण नहीं मिला। इन तीनों होटलों को नोटिस जारी किए गए हैं।
मुख्य दमकल अधिकारी कुमार रमाशंकर तिवारी और विभाग की तीन टीमों ने होटलों, स्कूल-कालेजों, औद्योगिक क्षेत्रों, अस्पताल व बहुमंजिला इमारतों में आग बुझाने के उपकरणों का भौतिक सत्यापन शुरू किया हैं। निरीक्षण के दौरान तीन होटलों में अनियमितता मिली। कहीं पर गेट के पास एग्जास्ट नहीं था तो एक स्थान पर गैलरी में आपातकाल स्थिति में निकलने के लिए रास्ते का चिह्न नहीं बनाया गया था। आग बुझाने के उपकरण पर धूल जमी हुई थी।
इनका किया निरीक्षण-
होटल 22
मॉल 1
अस्पताल-नर्सिंग होम 58
स्कूल 106
औद्योगिक इकाई 45
बहु मंजिला इमारत 5
दो फैक्टरी में नहीं थी आग नियंत्रण सुविधा
लगभग छह माह पहले बुढ़ाना में टायरों से तेल निकालने वाली फैक्टरी में रात के समय आग लग गई थी। इसके अलावा जौली रोड पर भी एक गत्ता फैक्टरी में आग लगी थी। इन दोनों ही फैक्टरी के मालिकों ने दमकल विभाग में अपना नाम रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था। आग बुझाने के उपकरण भी नहीं मिले थे।
जितने संस्थान व औद्योगिक इकाई पंजीकृत है, सभी के पास एनओसी है। सभी संस्थानों का निरीक्षण किया जा रहा हैं। तीन होटलों को अनियमितता पाने पर नोटिस भेजे है। – कुमार रमाशंकर तिवारी, मुख्य दमकल अधिकारी।