मुजफ्फरनगर। पूर्व सांसद व बाहुबली धनंजय सिंह की मुसीबतें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। जौनपुर में दर्ज एक मामले के तहत अपर सत्र न्यायाधीश एमपी एमएलए ने धनंजय सिंह और उनके सहयोगी के खिलाफ आरोप पत्र तय कर दिया है। नमामि गंगे प्रोजेक्ट मैनेजर विनोद सिंघल द्वारा लगाए गए आरोपों के तहत जौनपुर के लाइन बाजार थाने में धनंजय सिंह व उनके सहयोगी संतोष विक्रम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। एफआईआर के बाद मामला कोर्ट में था कोर्ट ने धनंजय सिंह व संतोष विक्रम पर आरोप तय किए हैं।

धनंजय ने कोर्ट में दिया था पत्र
धनंजय सिंह ने अपने सहयोगी के साथ मिलकर कोर्ट में आरोप खारिज करने के लिए एप्लीकेशन दी थी। पिछली तारीख को दी गई एप्लीकेशन सुनवाई करते हुए कोर्ट ने धनंजय सिंह और सहयोगियों के खिलाफ आरोप तय किए हैं। बताते चलें मुजफ्फरनगर के रहने वाले अभिनव सिंगल ने लाइन बाजार थाने में धनंजय सिंह व उनके सहयोगियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। एफआईआर दर्ज कराते हुए अभिनव सिंघल ने बताया था कि धनंजय सिंह के सहयोगी संतोष विक्रम अपने सहयोगियों के साथ उन्हें पकड़कर धनंजय के आवास पर ले गए। जहां पर धनंजय सिंह अभिनव सिंगल को गाली देते हुए कमरे में आए और पिस्टल सटा दी। इस दौरान धनंजय सिंह ने अभिनव सिंघल से निम्न गुणवत्ता की सामग्री सप्लाई करने का दबाव डाला।
प्रमोटेड कंटेंट

विधानसभा चुनाव 2022 में हार का करना पड़ा कामना
नमामि गंगे प्रोजेक्ट के मैनेजर अभिनय सिंगल द्वारा दर्ज कराई गई f.i.r. में धनंजय सिंह को जेल भी जाना पड़ा था। धनंजय सिंह इस मामले में जमानत पर बाहर हैं। वहीं, अब धनंजय सिंह की मुसीबत एक बार फिर से बढ़ती हुई नजर आ रही है। बताते चलें विधानसभा चुनाव 2022 में धनंजय सिंह को हार का सामना भी करना पड़ा है। चुनाव में धनंजय सिंह ने जेडीयू के टिकट से चुनाव लड़ा था विधानसभा चुनाव में धनंजय सिंह को हार का सामना करना पड़ा है।