मुजफ्फरनगर। विरोध के बीच खालापार के लोगों ने रात में ही कूड़ा वाहन चलने देने की बात की है। ये कूड़ा वाहन रात के नौ बजे के बाद और सुबह को सात बजे से पहले ही चल पाएंगे। दिन में बड़े वाहनों के लिए कूड़ाघर तक का मार्ग नहीं मिलने से शहर का कूड़ा दिनभर सड़कों पर सड़ेगा।

शहर के खालापार में चार दिन पहले कूड़ा वाहन की चपेट में आने से चरथावल निवासी एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। लोगों के विरोध और हंगामे के बाद पालिका ईओ प्रज्ञा सिंह ने खालापार के रास्ते से कूड़ा वाहन ले जाने पर रोक लगा दी थी।

वहीं रामपुरम के गेट पर कूड़ा वाहनों के फंसने के बाद फिर से खालापार से वाहन ले जाए गए तो विरोध फिर शुरू हो गया। लोगों ने कूड़ा वाहनों की चाबियां तक छीन लीं थी। कूड़ा एकत्र कर रही कंपनी के अधिकारी भी लोगों को मना नहीं सके।

नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अतुल कुमार ने बताया कि खालापार क्षेत्र के सभासदों और जनता के साथ वार्ता के बाद यह तय हुआ है कि कूड़ा वाहन खालापार में रात को नौ बजे के बाद ही चल पाएंगे। इसी तरह सुबह को सात बजे से पहले ही कूड़ा डाला जा सकेगा। दिन के समय में छोटे वाहनों से अन्य रास्तों के माध्यम से कूड़ा पहुंचाया जाएगा। हालांकि छोटे वाहनों में कम कूड़ा आता है। इस कारण पूरा कूड़ा नहीं उठाया जा सकेगा। बड़े वाहनों में कूड़ा भरकर उन्हें खड़ा रखना पड़ेगा। नगर पालिका लगातार मंथन कर रही है कि कूड़े का निस्तारण किस प्रकार किया जाए।