नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर 65 दिन से किसानों की धरना जारी है। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद पंचायतों का दौर जारी है। वहीं, भाकियू नेता राकेश टिकैत के भावुक वीडियो के वायरल होने के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का हुजूम उमड़ गया है।
दिल्ली पुलिस ने भी किसानों को राजधानी में जाने से रोकने के लिए सख्ती बढ़ी दी है। गाजीपुर बॉर्डर को किले में तब्दील किया गया है। गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने कई लेयर की बैरिकेडिंग की है। इसके साथ ही नुकीले तार भी लगाए हैं। नेशनल हाईवे 24 को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने रेडियो कार्यक्रम ’मन की बात’ में कहा कि दिल्ली में 26 जनवरी को तिरंगे का अपमान देख देश बहुत दुखी भी हुआ। हमें आने वाले समय को नई आशा और नवीनता से भरना है। हमने पिछले साल असाधारण संयम और साहस का परिचय दिया। इस साल भी हमें कड़ी मेहनत करके अपने संकल्पों को सिद्ध करना है।
यूपी गेट पर आज सुबह से ही किसानों की भीड़ बढ़ रही है। दिल्ली पुलिस ने बैरियर और कटीले तार लगाकर एनएच 9 पर आवाजाही बंद कर रखी है। लोग अन्य सीमाओं से आने-जाने को मजबूर हैं।
यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास ने कहा कि इस समय देश का अन्नदाता कष्ट में है। सरकार ने इस आंदोलन को खत्म करने की कोशिश की थी। 26 जनवरी को जो हुआ वह सबके सामने आ चुका है। उन्होंने कहा राहुल गांधी किसानों के साथ हैं। कांग्रेस की सरकार आती है तो इस बिल को खत्म कर देंगे।
किसानों के कृषि कानूनों के विरोध पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि मैं हमेशा एक शांतिपूर्ण संकल्प में विश्वास करता हूं। कल प्रधानमंत्री ने जो घोषणा की वह बहुत महत्वपूर्ण है। आपको बता दें कि पीएम मोदी ने कल कहा था कि 18 महीने के लिए तीन कृषि कानूनों को निलंबित करने के किसानों के लिए सरकार का प्रस्ताव अभी भी खड़ा है।