मुजफ्फरनगर। कोरोना संक्रमण काल से बंद चली आ रही कालका पैसेंजर बृहस्पतिवार से पटरी पर दौड़ेगी। रेलवे ने इसे अब एक्सप्रेस कर दिया है। ट्रेन का नया नाम कालका एक्सप्रेस और पुराने नंबर 54304 के बजाए नया नंबर 14332 दिया गया है। टिकट के दाम भी दुगने कर दिए गए है। खास बात यह भी कि यह ट्रेन दिल्ली से वापस नहीं आएगी, बल्कि वाया पानीपत होते हुए कालका जाएगी।

कालका से चलकर दोपहर के समय वाया मुजफ्फरनगर होकर पुरानी दिल्ली जाने वाली यात्रियों के लिए यह ट्रेन काफी महत्वपूर्ण हैं। इस ट्रेन में रोजाना शहर व आसपास के गांव देहात से सैकड़ों लोग मेरठ, दिल्ली जाते थे। मगर, कोरोना काल के कारण यह ट्रेन सुरक्षा की दृष्टि से बंद कर दी गई थी। अब लंबे समय के बाद इस ट्रेन को चलाया जा रहा हैं। मुजफ्फरनगर से मेरठ का किराया पहले 15 रुपये लगता था, अब 35 रुपये होगा। दिल्ली का किराया अब 30 से बढ़कर 60 रुपये हो गया है, जबकि गाजियाबाद के सफर के लिए भी अब 25 के बजाए 50 रुपये चुकाने होंगे।

रेलवे बुकिंग अधिकारी फारुख खान ने बताया कि यह ट्रेन कालका से चलकर मुजफ्फरनगर होते हुए दिल्ली जाएगी। इस मार्ग से वापस नहीं आएगी, बल्कि पानीपत से होते हुए कालका जाएगी। अगले दिन सुबह के समय फिर से मुजफ्फरनगर होकर दिल्ली जाएगी।

मंसूरपुर तक यात्रा रोडवेज से भी महंगी
कालका एक्सप्रेस से मंसूरपुर तक यात्रा रोडवेज से भी महंगी हो गई है। रोडवेज बस में किराया 17 रुपये, जबकि कालका एक्सप्रेस में मंसूरपुर का किराया 30 रुपये तय किया गया है। कालका एक्सप्रेस का सबसे कम दर का टिकट 30 रुपये है। 11 साल की उम्र तक के बच्चे का किराया 30 रुपये लेना होगा।

दोपहर में आएगी ट्रेन
ट्रेन कोरोना काल से पहले दोपहर बाद शाम चार बजे मुजफ्फरनगर स्टेशन पहुंचती थी। अब यह ट्रेन कालका से सुबह सात बजकर 40 मिनट पर चलकर मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पर दोपहर 12 बजकर छह मिनट पर आएगी। एक मिनट बाद ही दिल्ली के लिए रवाना हो जाएगी। साढे़ तीन बजे पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी।

यहां नही रुकेगी
पाबली खास
रोहाना
बामनहेड़ी
तल्हेड़ी
जड़ौदा
मोहिद्दीनपुर
दुहाई हाल्ट

दोपहर में दिल्ली जाने वालों के लिए कालका एक्सप्रेस एक अच्छी ट्रेन है। इस ट्रेन का यात्रियों को बहुत लाभ मिलेगा।
जिले में यहां रुकेगी कालका एक्सप्रेस
जिले में कालका मुजफ्फरनगर, मंसूरपुर और खतौली स्टेशन पर रही रुकेगी। पहले यह जिले के सभी स्टेशनों पर रुकती थी।