नई दिल्ली. गूगल, अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज आईटी कंपनियां बड़े लेवल पर कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं. द इंफोर्मेशन की तरफ से रिपोर्ट जारी कर बताया है कि जो भी कर्मचारी 1 मिलियन डॉलर तक की कमाई कर रहे हैं उन कर्मचारियों की छंटनी ज्यादा की जा रही है. द इंफोर्मेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल में, हटाए गए कर्मचारियों में वे लोग शामिल थे, जो 500,000 डॉलर से 1 मिलियन डॉलर के सालाना पैकेज पर काम कर रहे थे.
रिपोर्ट के मुताबिक, 12,000 प्रभावित कर्मचारी गूगल क्लाउड और क्रोम से एंड्रॉइड और ‘वरिष्ठ कार्यकारी प्रभाकर राघवन के तहत खोज-संबंधित समूहों’ से हर विभाग के थे. रिपोर्ट में बताया गया है कि गूगल क्लाउड ने लोगों को रणनीति, भर्ती और गो-टू-मार्केट टीमों में रखा है.
गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट का इन-हाउस रिसर्च एंड डेवलपमेंट डिवीजन जिसे एरिया 120 कहा जाता है, उसके कर्मचारी भी काफी प्रभावित हुए हैं. अधिकांश एरिया 120 टीम को ‘विंड डाउन’ कर दिया गया है.
माइक्रोसॉफ्ट ने करीब 10,000 कर्मचारियों को निकाला है. इसमें हेलो जैसे गेम डेवलपमेंट स्टूडियो सबसे ज्यादा हिट हुए. इसके साथ ही अन्य कटौती ने इसकी मिक्स्ड-रियलिटी हेडसेट टीमों को प्रभावित किया है. माइक्रोसॉफ्ट ने 2017 में हासिल किए गए आल्टस्पेस वीआर वर्चुअल रियलिटी-आधारित सोशल प्लेटफॉर्म को भी बंद कर दिया है.
अमेजन की छंटनी में प्रोडक्ट और सर्विस सेक्टर की नौकरियां शामिल थीं. हार्डवेयर प्रमुख डेव लिम्प के डिवीजन में नौकरी में कटौती से लगभग 2,000 लोग प्रभावित हुए, जो एलेक्सा और इको स्मार्ट होम डिवाइस जैसे उत्पादों का घर है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, छंटनी में प्राइम एयर ड्रोन डिलीवरी प्रोजेक्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों की ‘महत्वपूर्ण संख्या’ भी शामिल है.