बरेली। स्वास्थ्य विभाग पर आए दिन फर्जीवाड़े के आरोप लगते रहते हैं। विभाग में भ्रष्टाचार इस कदर व्याप्त है कि इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। हाल में ही में आयुष्मान कार्डों में फर्जीवाड़े का खेल सामने आया है। मामले में पुलिस ने मनोज कुमार शर्मा के शिकायती पत्र पर इज्जतनगर थाने में प्राथमिकी पंजीकृत कर ली है। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
प्राथमिकी के अनुसार, पीपलसना चौधरी के रहने वाले मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि जिले में पांच से 20 हजार रुपये लेकर अवैध रूप से फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। जिन पर लाखों का इलाज मुफ्त में कराकर सरकार को धोखा दिया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि, बीते 12 सितंबर को खजुरिया श्रीराम की रहने वाली रजदीबन का पिपरिया के पास एक्सीडेंट हो गया, जिसमें रजदीबन के पैर की हड्डी तक बाहर निकल आई थी।
आरोप है कि पीपलसना चौधरी के रहने वाले मोहित शर्मा ने रजदीबन को एसआरएमएस में भर्ती करा दिया और 15 हजार रुपये में फर्जी आयुष्मान कार्ड बनवाकर लाखों रुपये का इलाज करा लिया। रजदीबन का आयुष्मान कार्ड 14 सितंबर , 2021 को जारी किया गया है। शिकायतकर्ता ने मामले की जांच कर कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। उधर, मामले में पुलिस का कहना है कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद जांच पड़ताल की गई तो दिए गए पते पर आरोपित नहीं मिले हैं।