मुजफ्फरनगर। गांव अहरोडा के पूर्व प्रधान की हत्या अपने दादा की इच्छा पूरी करने के लिए की गई थी। इसका खुलासा करते हुए पुलिस ने एक और हत्यारोपी को काठका के जंगल से मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने पूर्व प्रधान मांगेराम हत्याकांड में एक और हत्यारापी को दबोचकर जेल भेज दिया। एसपी देहात अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि गत 15 जुलाई को गांव अहरोडा के पूर्व प्रधान की हत्या कर आरोपियों ने शव को पेट्रोल डालकर जलाने का प्रयास किया था। उन्होंने बताया कि उसमें पांच लोगों को नामजद किया गया था। विजयपाल को पूर्व में ही पुलिस ने जेल भेज दिया था। उन्होंने दूसरे हत्यारोपी गोंविद उर्फ गोविंदा पुत्र अजयपाल को गांव काठका की एक ट्यूबवेल पर मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में गोविंदा ने हत्या की बात कबूल की है। गोविंदा ने बताया कि उसने अपने बाबा की इच्छा पूरी करने के लिए मांगेराम की हत्या की थी। पुलिस ने उसके पास से हत्या में प्रयोग किया हुआ तमंचा व छह कारतूस जिंदा व एक खोखा बरामद किया है। अभी तीन हत्यारोपी और फरार हैं।
हत्यारोपी गोविंदा ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करते हुए बताया कि उसने मांगेराम की हत्या अकेले ही की थी। उसने ही मांगेराम को तीन गोली मारी थी। उसके बाद उसके शव को पेट्रोल डालकर जला दिया था। लेकिन एक तमंचे से तीन गोली मारने व शव को गोली लगने से दूर जलाने की बात किसी के गले नहीं उतरी। वहीं हत्या वाले दिन मांगेराम के शव के पास एक भी गोली का खोखा बरामद नहीं हुआ था। खोखे के बारे में पूछने पर उसने बताया कि खोखों को उठाकर गंगनहर में डाल दिया था। लेकिन हत्या में प्रयुक्त तमंचा उसने अपने पास ही रख लिया था।