मुजफ्फरनगर। प्रदेश के 50 सहकारी बैंकों के कर्मचारियों की लंबे समय से चली आ रही नए वेतनमान की मांग जिले में लागू हो गई है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी राजेश कुमार ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसका 200 कर्मचारियों को लाभ मिलेगा।

जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन ठाकुर रामनाथ सिंह ने बताया कि सहकारी बैंकों के कर्मचारी तीन साल से आंदोलनरत थे। वित्तीय स्थिति के आधार पर सहकारी बैंक यूपी में पहले स्थान पर है। कैबिनेट मंत्री जेपीएस राठौर ने प्रदेश के तीन-चार मुख्य बैंकों में सबसे पहले नए वेतनमान का लाभ दिया है, इनमें मुजफ्फरनगर का चयन पहले हुआ है। बैंक की ओर से परिपत्र जारी होने के बाद कर्मचारियों के बीच खुशी का माहौल है। करीब 200 कर्मचारी लाभान्वित होंगे।

एक अप्रैल 2021 से पुनरीक्षित वेतनमान लागू किया गया था, लेकिन सहकारी बैंक के कर्मचारी वंचित चले आ रहे थे। सात जनवरी 2022 को सहकारिता निबंधक कार्यालय से आदेश भी जारी किए गए, लेकिन नए वेतनमान का लाभ नहीं मिला था। कोऑपरेटिव बैंक इंपलाइज यूनियन और कोआपरेटिव बैंक्स स्टाफ एसोसिएशन ने कई बार धरने प्रदर्शन किए थे। सहकारी बैंक के चेयरमैन ठाकुर रामनाथ सिंह ने बताया कि जिले की वित्तीय स्थिति प्रदेश में पहले स्थान पर होने के चलते कोई परेशानी नहीं होगी। सहकारिता मंत्री से मिलकर यह अवगत कराया गया था। यही वजह है कि सबसे पहले मुजफ्फरनगर के कर्मचारियों के लिए यह कदम उठाया गया है।