मुजफ्फरनगर। नए साल में लोगों तक अधिक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। जिला महिला चिकित्सालय के अलावा छह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लैब का निर्माण होगा।

इसका कार्य शुरू हो गया है।मरीजों को जांच के लिए अब अलग-अलग जगह नहीं भटकना पड़ेगा। उनकी सहुलियत के लिए अब जिला महिला चिकित्सालय में ही आईपीएचएल (इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब) का निर्माण किया जाएगा। इसका कार्य शुरू भी हो गया है। इसके अलावा जिले के छह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चरथावल, फलौदा, मखियाली, जानसठ, बुढ़ाना और बघरा में भी पैथोलॉजी लैब का निर्माण होगा। जिससे अब देहात के मरीजों को भी जांच कराने के लिए जिला चिकित्सालय में पहुंचने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आभा आत्रेय ने बताया कि लैब में करीब 134 तरह की जांच की जा सकेगी। जिले में एक ही आईपीएचएल लैब बननी है। इसके लिए उनके अस्पताल को चुना गया है। लखनऊ की टीम ने भी आकर सर्वे किया था। इसका नक्शा तैयार किया जा चुका है, अब निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है।

संभवतः चार माह के भीतर लैब बनकर तैयार हो जाएगी। फिलहाल जिला महिला और पुरुष अस्पताल में पैथोलॉजी लैब है। यहां टीबी, मलेरिया, ब्लड बैंक की सुविधा भी अलग-अलग जगह पर हैं। आईपीएचएल लैब बनने के बाद यह सभी सुविधा एक ही बिल्डिंग में मिलेगी। मरीजों को अलग-अलग जगह भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
स्वास्थ्य विभाग के जूनियर इंजीनियर ऋषिपाल ने बताया कि आईपीएचएल लैब करीब 72 लाख रुपये के बजट से तैयार होगी। इसके अलावा सीएचसी पर बनने वाली एक लैब का बजट करीब 48 लाख रुपये होगा