नई दिल्ली. टीम इंडिया के के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या पर अब सफलता और नाकामयाबी का कोई असर नहीं पड़ता और उन्होंने स्पष्ट सोच के साथ ऐसी बातों क किनारा करने का हुनर सीख लिया है. अपने करियर में चोटों से परेशान रहे पांड्या के लिए वापसी आसान नहीं थी लेकिन उन्होंने शानदार वापसी करते हुए गुजरात टाइटंस को पहले ही सत्र में आईपीएल खिताब दिलाया.

इसके अलावा आयरलैंड के खिलाफ सीरीज में कप्तानी करते हुए भारत को जीत दिलाई. इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 मैच में गेंद और बल्ले दोनों से कमाल करके भारत की जीत के सूत्रधार रहे. पांड्या ने 33 गेंद में 51 रन बनाने के बाद 33 रन देकर चार विकेट लिए. उन्होंने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘कड़ी मेहनत हमेशा रंग लाती है. मेरा हमेशा से मानना रहा है कि अच्छे इरादे से की गई मेहनत बेकार नहीं जाती. मैं खुद को हमेशा तैयार रखना चाहता हूं. कई बार नतीजे मेरे पक्ष में होंगे तो कई बार नहीं.’

हार्दिक ने कहा, ‘मैं कामयाबी और नाकामी को लेकर ज्यादा नहीं सोचता. मैंने तटस्थ जीना सीख लिया है. आज अच्छा दिन था तो कल बुरा भी हो सकता है. जिंदगी चलती रहती है लिहाजा हंसते रहो और मेहनत करते रहो.’ हार्दिक ने कहा कि अपने जीवन को लेकर उनकी सोच हमेशा स्पष्ट रही है और ढर्रे से उतरने पर भी उनके आसपास ऐसे लोग हैं जो उन्हें फिर पटरी पर ले आते हैं.

हार्दिक ने कहा, ‘मेरी सोच हमेशा स्पष्ट रही है. जब भी मुझे लगता है कि साफ सोच नहीं पा रहा हूं तो समय लेकर सुधार करता हूं. मैं हड़बड़ी में कुछ नहीं करता. गेंदबाजी या बल्लेबाजी को तो छोड़ दो, आम जीवन में भी यह स्पष्टता जरूरी है.’ उन्होंने कहा, ‘मेरी मदद के लिए काफी लोग है. परिवार मेरे लिए बहुत अहम है जो मेरी सोच में स्पष्टता लाता है. जब भी मैं कन्फ्यूज होता हूं तो क्रुणाल है, मेरी पत्नी है, मेरी भाभी है. हमारा तालमेल बहुत मजबूत है और पथ से भटकने पर वे मुझे रास्ते पर ले आते हैं.’ हार्दिक ने बताया कि उनके बुरे समय में उनके बड़े भाई और भारतीय ऑलराउंडर क्रुणाल पांड्या ने हमेशा मदद की.