लखनऊ। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलाव के बीच मुजफ्फरनगर समेत प्रदेश के अधिक संक्रमण वाले 21 जिलों में हेल्थ अलर्ट घोषित करते हुए सख्ती बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए प्रदेश के विभिन्न जिलों में बढ़ते मरीजों की जरूरतों के हिसाब से तमाम इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं। 21 जिलों में हेल्थ् अलर्ट जारी करते हुए अतिरिक्त बेड से लेकर आक्सीजन, वेंटिलेटर व सूई एवं दवाओं के साथ-साथ डाक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती शुरू कर दी गई है। अब तक लेवल वन से लेवल थ्री तक के अस्पतालों में अधिकतम 1.51 लाख बेड की व्यवस्था को बढाकर करीब दो लाख तक किया जा रहा है। सरकारी आंकडों के अनुसार प्रदेश में 500 से ज्यादा सक्रिये केस वाले 21 जिले हैं जहां विशेष रूप से निगरानी बढाई जा रही हैं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डा. डीएस नेगी ने बताया कि आकस्मिक स्थिति को देखते हुए प्रदेश में बेड की संख्या पौने दो लाख से लेकर दो लाख तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। कुछ जिलों में विशेष कोरोना अस्पताल भी तैयार किए जा रहे हैं। कोशिश है कि जिलों के रोगियों को उनके मंडल मुख्यालय के अस्पतालों में ही इलाज की पर्याप्त सुविधा मुहैय्या हो जाए ताकि वह लखनऊ, नोएडा या अन्य महानगरों में इलाज के लिए ना जाना पडे। प्रदेश के संवेदनशील चुने गए जिन जिलों 21 जिलों में हैं 500 से अधिक सक्रिय कोरोना केस हैं, उनमें लखनऊ, कानपुर नगर, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बरेली, मेरठ ,गोरखपुर, झांसी, आगरा, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बलिया, बाराबंकी, मथुरा, जौनपुर, आजमगढ़, रायबरेली व ललितपुर के नाम शामिल हैं।