नई दिल्ली. आजकल की लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से ज्यादातर लोगों में दिल की बीमारी बढ़ रही है. कम उम्र में भी लोग इसके शिकार हो रहे हैं. हार्ट पेशेंट को डॉक्टर की तरह की सावधानियां बरतने की सलाह देते हैं. हार्ट की बीमारी से बचने सिर्फ खानपान या बदलती लाइफस्टाइल पर ही नहीं बल्कि दिनभर की एक्टिविटीज पर ध्यान देने की खास जरुरत है. अगर आप हार्ट पेशेंट हैं और ट्रैवेल करने जा रहे हैं तो आपको सफर के दौरान कुछ बातों का विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए…
अगर आप हार्ट की समस्या से जूझ रहे हैं तो ट्रैवल करने से पहले आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.
कोरोनरी आर्टरी डिजीज, दिल की धड़कन में अनियमितता और हार्ट अटैक या हार्ट ट्रांसप्लांट जैसी स्थिति में ट्रैवल के दौरान सावधानी की आवश्यकता होती है.
अगर आप दिल के मरीज हैं और सफर पर जा रहे हैं तो अपनी दवाएं अपने साथ रखें, ताकि जरुरत पड़ने पर ये काम आ सकें.
हार्ट के पेशेंट को ट्रैवल के दौरान डिहाइड्रेशन का खतरा बना रहता है, जिससे क्लाटिंग का खतरा भी बना रहता है. इसलिए हाइड्रेशन को ठीक रखने के लिए थोड़े-थोडे़ वक्त पर पानी पीते रहना चाहिए.
अगर किसी मरीज की हार्ट पंपिंग वीक है या फिर उनका लंग प्रेशर बहुत ज्यादा है तो ऐसे मरीजों को ट्रैवल पर जाने से पहले अपनी दवाओं को जरूर खाना चाहिए और साथ भी ले जाना चाहिए.
दिल की बीमारी की समस्या से जूझ रहे मरीज अगर लंबी दूरी की यात्रा कर रहे हैं तो उन्हें बीच-बीच में रुककर थोड़ा चलना चाहिए. उन्हें एक जगह काफी देर तक बैठना नहीं चाहिए. ऐसे में पैरों में क्लॉट बनने की संभावना नहीं रहेगी और आपकी सेहत भी ठीक करेगी. क्योंकि ब्लड क्लॉट बनने पर यह हार्ट तक पहुंच सकता है, जिससे मरीज की मौत भी हो सकती है.
ऐसे हार्ट पेशेंट जिनकी बाईपास या एंजियोप्लास्टी नहीं हुई है, उन्हें सफर के दौरान ज्यादा वजन नहीं उठाना चाहिए.