मेरठ। हनीट्रैप में फंसाकर लोगों की अश्लील वीडियो बनाने और ब्लैकमेल करने वाला गिरोह अब पुलिस को झांसे में ले रहा है। मेरठ के एक सीओ के सीयूजी नंबर पर इसी गिरोह की महिला ने मुंबई से कॉल किया और व्हाट्सएप पर मैसेज किया। सीओ ने फोन पर फटकार लगाई और मामले की जांच साइबर सेल भेज दिया। मेरठ के एक सीओ के सीयूजी मोबाइल नंबर पर दो दिन पहले एक महिला का व्हाट्सएप मैसेज आया। इस मैसेज में महिला ने बताया कि वह मुंबई से बोल रही है और मॉडलिंग करती है। इसके बाद सीओ से बातचीत बढ़ाने और झांसे में लेने का प्रयास किया। सीओ इस बात को भांप गए और उन्हें अंदेशा हो गया कि महिला हनीट्रैप में लोगों को फंसाकर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह की सदस्य है। सीओ ने पूछा कि क्या काम है तो महिला बात घुमाने लगी।
इतना ही नहीं, सीओ को लाइव वीडियो कॉल पर आने का आमंत्रण दिया। इसके बाद सीओ को यकीन हो गया कि यह महिला हनीट्रैप में फंसाकर लोगों को ब्लैकमेल करने वाले गिरोह से है। सीओ ने इस महिला को फटकार लगाई और सख्त मैसेज दिया। साथ ही इस मामले में साइबर सेल को संबंधित नंबर को उपलब्ध कराया। इस नंबर की कॉल डिटेल समेत बाकी जानकारी जुटाने और कार्रवाई के लिए कहा गया है। वेस्ट यूपी में इस गिरोह के झांसे में आकर शिकार बनने वाले सैकड़ों लोग हैं। आए दिन साइबर सेल के पास इस तरह की धोखाधड़ी की कई शिकायतें आती हैं। इस गिरोह में शामिल लोगों की धरपकड़ इसलिए मुश्किल है।
यह गिरोह लोगों के मोबाइल पर महिलाओं से कॉल कराता है। इसके बाद इन्हें वीडियो कॉल पर आमंत्रित कर इनकी अश्लील वीडियो बना ली जाती है। बाद में इसी वीडियो को वायरल करने और पुलिस के पास जाने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया जाता है और रकम हड़प ली जाती है। कई बार इसी गिरोह के सदस्य वीडियो का हवाला देते हुए अपने को पुलिस टीम का सदस्य बताकर धमकी देते हैं। इसके बाद लोग पुलिस के नाम से डरकर पैसा दे देते हैं।